सिद्धार्थनगर जिले में 29 शिक्षक बर्खास्त, जानें-क्या है कारण Gorakhpur News
विभाग ने एक साल के अंदर 56 शिक्षकों को बर्खास्त किया है। जिले में वर्ष 2013 से अब तक 92 फर्जी शिक्षक पकड़े जा चुके हैं। अब यह संख्या बढ़कर 121 हो गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। सिद्धार्थनगर जिले में फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे नौकरी कर रहे शिक्षकों पर शिकंजा कसता जा रहा है। शनिवार को बीएसए रामसिंह ने जाली प्रमाणपत्रों के सहारे वर्षो से नौकरी कर रहे 29 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया। इनकी तैनाती वर्ष 2014 में हुई थी। इनसे जुड़े सभी दस्तावेज को डबल लाकर में सुरक्षित रखा गया है।
पिछले माह हुई थी जांच
पिछले माह विभाग ने 31 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच कराई थी, जिसमें 29 के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इनके खिलाफ कार्रवाई करने में विभाग तभी से जुटा हुआ था। लंबी जद्दोजहद के बाद यह कार्रवाई की गई। मुकदमा दर्ज कराने की जिम्मेदारी संबंधित खंड शिक्षाधिकारी को दी गई है। विभाग ने एक साल के अंदर 56 शिक्षकों को बर्खास्त किया है। जिले में वर्ष 2013 से अब तक 92 फर्जी शिक्षक पकड़े जा चुके हैं। अब यह संख्या बढ़कर 121 हो गई है। अभी कुछ और फर्जी शिक्षकों के जिले के विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत होने की आशंका व्यक्त की गई है।
बर्खास्त शिक्षकों के कागजात डबल लाकर में सुरक्षित
इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राम सिंह ने कहा कि जांच के पश्चात 29 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है। इन शिक्षकों से जुड़े कागजातों को डबल लाकर में रखवा दिया गया है। अभी जांच निरंतर चलेगी।
इन्हें किया गया बर्खास्त
बर्खास्त शिक्षकों में गीतिका सिंह, शालिनी सिंह, ज्योति श्रीवास्तव, राम प्रकाश सिंह, आशीष सिंह, मनु कुमार सिंह, सुमन यादव, सरोज, उपाध्याय, रूपेश कुमार श्रीवास्तव, कनकलता सिंह, शोभा यादव, जितेंद्र कुमार तिवारी, सुभन्जय कुमार सिंह,मो. खान, मो. अजहर इमाम, अटल बिहारी सिंह, विनोद कुमार सिंह, मिक्की सिंह, अंशु सिंह, रिंकू यादव, किरन सिंह, स्नेहलता बरनवाल, विकास राय, अवनीश कुमार सिंह, शबाना वारसी, विवेक सिंह, विजय कुमार यादव, रमेश चंद्र शुक्ल, विजय पाल यादव आदि शामिल है।