भूमिगत केबिल के लिए खोदाई बनी मुसीबत

गोरखपुर : भूमिगत बिजली का केबिल डालने के लिए खोदा गया गड्ढा लोगों के लिए आफत बन गया है। बिजली विभा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Jul 2017 01:40 AM (IST) Updated:Sat, 22 Jul 2017 01:40 AM (IST)
भूमिगत केबिल के लिए खोदाई बनी मुसीबत
भूमिगत केबिल के लिए खोदाई बनी मुसीबत

गोरखपुर : भूमिगत बिजली का केबिल डालने के लिए खोदा गया गड्ढा लोगों के लिए आफत बन गया है। बिजली विभाग ने कई जगह पर सप्ताह भर से गढ्डा खोदकर वैसे ही छोड़ दिया है। बारिश के कारण उसमें पानी भर जाने से अंदाजा न मिलने पर लोग गिरने से घायल हो रहे हैं।

केबल डालने के लिए यह खोदाई गोरखनाथ, रसूलपुर, जाहिदाबाद, पुराना गोरखपुर, इस्माइलपुर और सोनौली रोड पर स्थित कई मोहल्लों में की गई है। जहां सड़कें चौड़ी हैं वहां तो ठीक है पर जहां सड़क महज 10 से 12 फीट चौड़ी है वहां लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दो सप्ताह पहले गोरखनाथ मंदिर के पीछे गड्ढे में गिरकर बाइक सवार मोहम्मद जाहिद और अजय सिंह घायल हो गए थे। कुछ ऐसी ही स्थिति पुराना गोरखपुर मोहल्ले की है। शुक्रवार को मोहम्मद इरफान मोटरसाइकिल लेकर गड्ढे में गिर गए, उनके दाहिने पैर में गंभीर चोट लगी है।

स्थानीय लोगों की शिकायत है कि गड्ढे की मिट्टी धंस गई जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। मोहल्ले के हेमंत सिंह ने बताया कि डर के मारे बच्चे घर से नहीं निकल रहे हैं। स्कूल की बस तक पहुंचाने के लिए घर के एक सदस्य को साथ जाना पड़ रहा है। कई बार तो कीचड़ में गिर जाने से बच्चों की ड्रेस भी गंदी हो जाती है।

इस्माइलपुर मोहल्ले में सड़क के बीचो-बीच गड्ढा खोदे जाने से लोगों को दिक्कत है। एक मिनारा मस्जिद से इस्माइलपुर होते हुए नखास तक कई दिनों से रास्ता बंद है। लोग मोटरसाइकिल भी लेकर घर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। नई मिट्टी होने के कारण लोग फिसल जा रहे हैं। वहीं शहर के अधीक्षण अभियंता एके सिंह का कहना है कि कार्य तेजी से चल रहा है, अब तक 16 किलोमीटर तक केबल बिछाया जा चुका है। लोगों को परेशानी न हो इसलिए कर्मचारियों को जल्दी कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है।

chat bot
आपका साथी