पैन की अनिवार्यता के विरोध में बंद रहीं सर्राफा की दुकानें

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : लाख रुपये से अधिक के गहनों की खरीद पर पैन कार्ड की अनिवार्यता के विर

By Edited By: Publish:Sat, 18 Apr 2015 12:49 AM (IST) Updated:Sat, 18 Apr 2015 12:49 AM (IST)
पैन की अनिवार्यता के विरोध में बंद रहीं सर्राफा की दुकानें

जागरण संवाददाता, गोरखपुर :

लाख रुपये से अधिक के गहनों की खरीद पर पैन कार्ड की अनिवार्यता के विरोध में शुक्रवार को सर्राफा की दुकानें बंद रहीं। व्यापारी सुबह करीब 11 बजे घंटाघर पर एकत्र हुए। कुछ देर तक धरना दिया। सभा की और जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट आए। यहां प्रधानमंत्री और केंद्रीय वित्त मंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिया। चेतावनी दी की पैन कार्ड की अनिवार्यता खत्म न होने पर वे बेमियादी बंदी पर भी जा सकते हैं।

सर्राफा मंडल के अध्यक्ष शरद चंद अग्रहरि और अन्य पदाधिकारियों ने कहा-केंद्र द्वारा 10 फीसद कस्टम ड्यूटी लगाने से यूं भी दुनिया के बाजारों और देश में सोने की कीमतों में फर्क के नाते धंधा प्रभावित है। सोने की तस्करी भी बढ़ी है। ऐसे में अगर सरकार पैन कार्ड को अनिवार्य कर देती है तो पूरा धंधा ही चौपट हो जाएगा।

यूं भी सवा करोड़ की आबादी वाले देश में अब तक सिर्फ 14 करोड़ लोगों के पास ही पैन कार्ड है। इनमें से अधिकतर किसान हैं। कृषि से होने वाली आयकर मुक्त है। किसान छोटी-छोटी बचत जोड़कर घर के मांगलिक कार्यों के लिए गहने खरीदता है। सोने के दाम के मद्देनजर लाख रुपये से अधिक की खरीद आम है। लिहाजा पैन कार्ड की अनिवार्यता का नियम जिनके पास पैन कार्ड नहीं है उनके लिए परेशानी की वजह बनेगा। इससे तस्करी और बढ़ेगी। सरकारी तंत्र को कारोबारियों के उत्पीड़न का एक और हथियार मिल जाएगा।

प्रदर्शन में पीडी जैन, अतुल सर्राफ, मदन वर्मा, राकेश वर्मा, आनंद जैन, महेश वर्मा, विश्वनाथ, रामनाथ, दिनेश, सुशील गोयल, संतोष वर्मा, सुरेंद्र सोनी समेत बड़ी संख्या में कारोबारी और कारीगर मौजूद थे। इस बंदी से करीब 4 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ।

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