मंच पर दिखी शोषण व उत्पीड़न की दास्तां

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : रंगकर्मी आरिफ अजीज लेनिन की दूसरी पुण्यतिथि पर रविवार को मुंशी प्रेमचंद

By Edited By: Publish:Mon, 26 Jan 2015 01:50 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jan 2015 01:50 AM (IST)
मंच पर दिखी शोषण व उत्पीड़न की दास्तां

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : रंगकर्मी आरिफ अजीज लेनिन की दूसरी पुण्यतिथि पर रविवार को मुंशी प्रेमचंद पार्क में एक दिवसीय जन नाट्य समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें नाटक ' इंकलाब जिंदाबाद ' और ' आक्टोपस ' का मंचन हुआ। दोनों नाटकों में देश में आजादी के बाद भी मेहनतकश वर्ग के शोषण, उत्पीड़न की दास्तां बयां की गई। इस स्थिति के अंत के लिए मजदूरों, किसानों, युवाओं और महिलाओं के उठ खड़े होने का आह्वान किया गया।

जन संस्कृति मंच, प्रेमचन्द साहित्य संस्थान के सहयोग से अलख कला समूह द्वारा आयोजित जन नाट्य समारोह में पहले प्रख्यात नाटककार गुरुशरण सिंह द्वारा लिखित नाटक इंकलाब जिंदाबाद का मंचन हुआ। कलाकारों ने इस नाटक में शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जिंदगी की कहानी के साथ आजाद भारत में मजूदरों, कर्मचारियों, किसानों, युवाओं, महिलाओं की स्थिति को दर्शाते हुए बताने का प्रयास किया कि यह सभी आज भी गुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए हैं और शोषण के शिकार हैं। नाटक के अंत में देश को सही मायनों में आजादी दिलाने के लिए मेहनतकश वर्ग मशाल लेकर खड़े होते हैं और संघर्ष का संकल्प लेते हैं। राजाराम चौधरी द्वारा निर्देशित नाटक में बैजनाथ मिश्र, नेहा सिंह, नीरज कुमार, शगुन, गंगा प्रसाद शुक्ला, राहुल वर्मा, अंकित शुक्ला, अनिल कुमार, जंजीर सिंह, पवन कुमार ने अभिनय किया।

दूसरा नाटक मलय पाल द्वारा लिखित 'आक्टोपस' का मंचन हुआ। जिसे रंगाश्रम के कलाकारों ने मंचित किया। इस नाटक में मजदूरों के शोषण, दमन और इसके खिलाफ संघर्ष को दिखाते हुए आधुनिक लोकतात्रिक भारत में भी स्थिति में फर्क न आने को दर्शाया गया है। निर्देशन भारतेंदु नाटक अकादमी प्रशिक्षित धर्मेन्द्र भारती ने किया। नाटक में त्रिशु राज राय, मुकेश विद्यार्थी, बलवंत कुमार, अमित मौर्या, आदर्श कुमार जिज्ञासु, लल्लन कुमार ने अभिनय किया। संचालन जन संस्कृति मंच के सचिव मनोज कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नाट्यप्रेमी उपस्थित रहे।

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