White Fungus In Gorakhpur: गोरखपुर में वाइट फंगस के 12 नए मरीज मिले, दो ठीक भी हुए

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज के पोस्ट कोविड ओपीडी में पहुंचे नौ व कोरोना वार्ड में भर्ती तीन मरीजों में वाइट फंगस की पुष्टि हुई। 12 मरीजों में एक साथ वाइट फंगस मिलने से हड़कंप मच गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 26 May 2021 09:02 AM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 09:02 AM (IST)
White Fungus In Gorakhpur: गोरखपुर में वाइट फंगस के 12 नए मरीज मिले, दो ठीक भी हुए
गोरखपुर में वाइट फंगस के 12 नए मरीज मिले हैं। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जेएनएन। ब्लैक फंगस के बाद अब वाइट फंगस ने लोगों की नींद छीन ली है। मंगलवार को पोस्ट कोविड ओपीडी में पहुंचे नौ व कोरोना वार्ड में भर्ती तीन मरीजों में वाइट फंगस की पुष्टि हुई। 12 मरीजों में एक साथ वाइट फंगस मिलने से हड़कंप मच गया है।

लक्षणों को लेकर पोस्ट कोविड ओपीडी में पहुंचे नौ मरीज

मरीजों का मेडिकल कालेज में उनका इलाज चल रहा है। जिन पोस्ट कोविड मरीजों में फंगस की पुष्टि हुई है, उन्होंने कोविड संक्रमण के दौरान स्टेरायड का प्रयोेग ज्यादा किया था। उनका इलाज शुरू कर दिया गया है।

ब्लैक फंगस के मरीजों में सुधार

जिन मरीजों में ब्लैक फंगस के लक्षण मिले हैं। उनमें से अभी तक केवल दो में इस बीमारी की पुष्टि हुई है। लगभग 15 मरीजों की रिपार्ट एक-दो दिन में आ जाएगी। हालांकि उनका इलाज चल रहा है और तबीयत में काफी सुधार है।

दो मरीजों को देने लगा दिखाई

बीआरडी मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. गणेश कुमार ने बताया कि ब्लैक फंगस के दो मरीजों की आंखों के सामने अंधेरा छा गया था। अब उन्हें दो फीट की दूरी से दिखाई देने लगा है। वार्ड में चार मरीजों का इलाज चल रहा है।

कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को गोद लेगा शैक्षिक महासंघ

कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ गोद लेगा। मंगलवार को महासंघ की वर्चुअल बैठक में यह निर्णय लिया गया। प्रदेश महामंत्री आशीष मणि त्रिपाठी के पांच बच्चों को गोद लेकर उनके शिक्षा की समुचित व्यवस्था करने की घोषणा के बाद जनपदीय पदाधिकारियों ने भी अपने क्षमता के अनुसार कम से लेकर पांच बच्चों को गोद लेने पर अपनी सहमति व्यक्त की।

प्रदेश महामंत्री ने कहा कि महासंघ राष्ट्र, समाज, शिक्षा व शिक्षक हित में कार्य करता है। इसी के तहत समाजहित में हमने अनाथ बच्चों को गोद लेकर उन्हें यथा संभव मदद लेने का फैसला किया है। उन्होंने संगठन में शामिल अन्य शिक्षकों से भी अनाथ बच्चों को गोद लेकर यथासंभव मदद करने का आह्वान किया। मंडल अध्यक्ष दुर्गविजय सिंह ने कहा कि इस संकटकाल में समाज को बचाने के लिए हर संभव सहयोग करेंगे।

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