डिप्टी जेलर को डराने के लिए तो नहीं हुई घटना

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : डिप्टी जेलर राजेश कुमार मौर्या के घर में रात में पिस्टल लगाकर हुई लूट

By Edited By: Publish:Sat, 20 Dec 2014 01:31 AM (IST) Updated:Sat, 20 Dec 2014 01:31 AM (IST)
डिप्टी जेलर को डराने के लिए तो नहीं हुई घटना

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : डिप्टी जेलर राजेश कुमार मौर्या के घर में रात में पिस्टल लगाकर हुई लूट पाट की घटना कहीं डराने के लिए तो नहीं हुई। इस बात को बल इससे भी मिलता है कि जेल में इन दिनों अवैध सामानों को लेकर काफी सख्ती बरती जा रही है।

हालांकि डिप्टी जेलर ने इस आशंका से इन्कार नहीं किया है कि जेल में इधर हो रही सख्ती के चलते उन्हें डराने के लिए जेल में बंद किसी शातिर अपराधी द्वारा यह वारदात कराई जा सकती है। उन्होंने बताया कि उस लुटेरे ने चार साल पहले यहां रहे डिप्टी जेलर आनंद सिंह के बारे में भी कुछ टिप्पणी की। उस टिप्पणी के बारे में तो उन्होंने कुछ नहीं बताया, लेकिन उससे यह संकेत मिला कि घटना के पीछे डिप्टी जेलर को धमकाना भी मकसद हो सकता है।

कई जेल अधिकारियों व प्रधान बंदी रक्षक को मिल चुकी है धमकी : जेल में अपराधी के साथ सख्ती करने पर तत्कालीन जेलर एपी राय के घर पर बम से हमला किया गया था। इसी तरह तत्कालीन डिप्टी जेलर समर बहादुर सिंह तथा प्रधान बंदी रक्षक संतोष तिवारी व बंदी रक्षक कमलेश को भी जेल में बंद रहे अपराधियों की ओर से धमकी मिल चुकी है। इसमें कई की हत्या की योजना भी बनाई गई थी।

जेल अधीक्षक ने कहा-

वरिष्ठ जेल अधीक्षक एसके शर्मा ने कहा जेल में सख्ती के चलते कोई न कोई कैदी नाराज तो रहता ही है। इस बात की आशंका है कि जेल में ही बंद किसी कैदी ने घटना को अंजाम दिलवाया हो। हालांकि लिखा-पढ़ी में किसी कैदी द्वारा धमकी दिए जाने की बात सामने नहीं आई है।

बंद कमरे में आधा घंटे तक एसएसपी ने की बात : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शुक्रवार को तकरीबन 10.30 बजे डिप्टी जेलर के आवास पर पहुंचे। उसके बाद जेल अधीक्षक की मौजूदगी में बंद कमरे डिप्टी जेलर से आधे घंटे बातचीत की। इस दौरान उन्होंने घटना के हर बिन्दु पर जानकारी हासिल की।

' रात में एक बजे एक व्यक्ति डिप्टी जेलर के घर में घुसा था और घटना को अंजाम दिया। इसमें एक का नाम प्रकाश में आया। उससे पूछताछ की जा रही है। जेल परिसर की सुरक्षा के लिए उस क्षेत्र में 15 होमगार्ड की ड्यूटी लगाई गई है। पता चला है कि इनमें से कुछ नहीं आए थे। लिहाजा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। घटना से परदा उठने के बाद ही असल वजह सामने आएगी।'

आरके भारद्वाज

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक

गोरखपुर

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