हिंदी बोलकर जीता दिल

By Edited By: Publish:Fri, 19 Sep 2014 02:22 AM (IST) Updated:Fri, 19 Sep 2014 01:45 AM (IST)
हिंदी बोलकर जीता दिल

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : शैक्षिक भ्रमण पर भारत आए इजरायली छात्रों के साथ दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक-साहित्यक संवाद स्थापित हुआ। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि तेल अवीव विश्वविद्यालय इजरायल के हिंदी प्रशिक्षक डा.बेनेडी श्लोमपेर मौजूद थे जबकि अध्यक्षता मेजबान विश्वविद्यालय के कला संकायाध्यक्ष प्रो.सुरेंद्र दुबे ने की।

शोध पत्रिका आवर्तन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में इजरायल के तेल अवीव विश्वविद्यालय में हिंदी भाषा के छात्र याकिर अलेक्सेंद्रा, ओफिर अदी और ताल ने अपने देश की ढेरों बातें साझा कीं। छात्रों ने बताया कि इससे पूर्व जब वे वर्ष 2011 में भारत आए थे तब यहां अन्ना आंदोलन चरम पर था। ठीक इसी तरह इजरायल में भी स्थानीय समस्याओं को लेकर विरोध जारी था। अन्ना आंदोलन के बहाने छात्रों ने भारतीय और इजरायली समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार की बातों को साझा किया। छात्रों ने बताया कि देश-परिवेश भले ही अलग है लेकिन समस्याएं हर जगह एक ही हैं। छात्र अदी फिशर ने बढ़ती महंगाई से मुश्किल हो रहे परिवार संचालन की समस्या पर चर्चा की। मुख्य अतिथि डा. गेनादी ने अपनी रूस से लगायत उजबेकिस्तान और फिर इजरायल प्रवास की चर्चा करते हुए हिंदी पढ़ाने-लिखाने के दौरान आये अपने रोचक अनुभव साझा किए।

इस मौके पर शोध पत्रिका आवर्तन के पावस 2014, मानसून 2014 अंक का लोकार्पण भी किया गया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. सुरेन्द्र दुबे ने हिंदी की दशा और दिशा पर विस्तार से चर्चा की। जबकि विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विषय के शिक्षक डा.शफीक अहमद ने आवर्तन पत्रिका के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। इससे पहले आचार्य रामदरश राय ने इजरायली दल का गर्मजोशी से स्वागत किया। इजरायली युवाओं का यह दल शुक्रवार को सरदार पटेल महाविद्यालय भटहट और संत कबीर की निर्वाण स्थली मगहर का भ्रमण करेगा।

फिल्मी गीत गाकर जीता लोगों का दिल : खचाखच भरे संवाद भवन सभागार में इजरायली युवाओं ने जब बालीवुड के फिल्मी गीत गाने शुरू किए तो फिर लोगों का उत्साह देखते ही बनता था। छात्रों ने 'बाबू जी धीरे चलना, जिंदगी एक सफर है सुहाना, हम से तुम दोस्ती कर कर लो, बलम पिचकारी और राजा हिंदुस्तानी जैसे लोकप्रिय गाने गाए।

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