स्कूलों में नहीं खरीदी जा सकी खेल सामग्री
हीं। इसको लेकर भी अफसरों को जानकारी नहीं हैं। यह हाल तब है कि जब जिले से लेकर ब्लॉक स्तर पर महिला व पुरुष खेल शिक्षकों की तैनाती है। बीएसए मनिराम सिंह ने बताया कि 15 दिन पहले धनराशि भेजी गई है। अभी सामग्री खरीदी जा रही है। परीक्षा के बाद व्यवस्था सही तरह से संचालित होगी।
गोंडा : पहली बार परिषदीय स्कूलों में खेलकूद की गतिविधियां कराने के लिए बजट की व्यवस्था हुई। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अलग-अलग धनराशि आवंटित की गई। एक करोड़ रुपये जारी हुए 15 दिनों से अधिक समय बीत चुका है लेकिन, सामग्री खरीद नहीं हुई है। अब तक उपभोग प्रमाण पत्र नहीं आया है। द्वितीय किस्त जारी नहीं की जा सकी है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने 2238 प्राइमरी को पांच-पांच हजार व 903 जूनियर को दस-दस हजार रुपये खेल मद में दिए हैं। प्राथमिक स्कूलों को 55 लाख 95 हजार व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को 45 लाख 15 हजार रुपये आवंटित किए गए थे। इससे क्रिकेट, हॉकी, शतरंज आदि खेलों से जुड़ी सामग्री खरीदनी थी। अब तक इसकी खरीद के उपभोग प्रमाण पत्र नहीं दिए गए हैं। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा गया। बावजूद इसके सन्नाटा पसरा हुआ है। खेलकूद कार्यक्रम कराए जाते हैं या नहीं। इसको लेकर भी अफसरों को जानकारी नहीं हैं। यह हाल तब है कि जब जिले से लेकर ब्लॉक स्तर पर महिला व पुरुष खेल शिक्षकों की तैनाती है। बीएसए मनिराम सिंह ने बताया कि 15 दिन पहले धनराशि भेजी गई है। अभी सामग्री खरीदी जा रही है। परीक्षा के बाद व्यवस्था सही तरह से संचालित होगी।