16 करोड़ खर्च, टूटकर गिरने लगा कृषि महाविद्यालय के भवन का प्लास्टर

गोंडा युवाओं को खेती-किसानी से जुड़ी उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए बनवाए जा रहे कृषि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 11:37 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 11:42 PM (IST)
16 करोड़ खर्च, टूटकर गिरने लगा कृषि महाविद्यालय के भवन का प्लास्टर
16 करोड़ खर्च, टूटकर गिरने लगा कृषि महाविद्यालय के भवन का प्लास्टर

गोंडा : युवाओं को खेती-किसानी से जुड़ी उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए बनवाए जा रहे कृषि महाविद्यालय के निर्माण में भी भ्रष्टाचार का दीमक लग गया है। यहां भवन निर्माण अभी पूरा भी नहीं हुआ इससे पहले ही प्लास्टर गिरने लगा। ये राजफाश कृषि मंत्री के निरीक्षण में हुआ है। फिलहाल, मामले की जांच जिला टास्क फोर्स से कराने के आदेश दिए गए हैं। वहीं, लापरवाही बरतने पर कनिष्ठ लिपिक को निलंबित कर दिया गया है।

सपा सरकार में कृषि महाविद्यालय निर्माण की स्वीकृति वर्ष 2015 में मिली थी। इसके लिए 28.06 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। निर्माण कार्य कराने की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था उप्र राजकीय निर्माण निगम को सौंपी गई थी। अबतक भवन निर्माण पर 16 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। सोमवार को कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने निरीक्षण किया। महाविद्यालय परिसर में साफ-सफाई के साथ ही निर्माण कार्य की गुणवत्ता खराब मिली। यहां भवन निर्माण कार्य पूरा होने से पहले ही प्लास्टर टूटकर गिरा मिला। कृषि मंत्री ने परियोजना प्रबंधक एसपी खंडूरी को फटकार लगाई। निर्माण कार्य की गुणवत्ता खराब मिलने पर कृषि मंत्री ने डीएम को जिला स्तरीय टास्क फोर्स गठित कराकर जांच के आदेश दिए हैं। एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट मंगाकर कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर व ठेकेार के खिलाफ एफआइआर के आदेश दिए गए हैं। सरकारी धन के दुरुपयोग की भरपाई के लिए रिकवरी भी कराई जाएगी। इसके अलावा इसी परिसर में निर्माणाधीन मत्स्यकी विकास केंद्र का कार्य अधूरा व मानक विहीन पाया गया। इसकी भी जांच के आदेश दिए गए हैं। डीएम मार्कण्डेय शाही ने बताया कि निर्माण कार्य की जांच के लिए तीन सदस्य इंजीनियर्स की टीम गठित की जा रही है। कृषि मंत्री ने सर्किट हाउस में बैठक करके विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। बलरामपुर के एक किसान के फार्म मशीनरी बैंक संबंधी अभिलेख वेबसाइट पर अपलोड करने पर उप निदेशक कृषि के कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक वीरेंद्र कुमार को निलंबित करके विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।

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