अस्पताल को असुविधा की बीमारी, कौन संभाले जिम्मेदारी

गोंडा: आम लोगों के सेहत की देखभाल करने वाला अस्पताल डॉक्टरों की कमी के कारण बीमार है। मात्र दो चिकित

By Edited By: Publish:Wed, 27 Apr 2016 11:39 PM (IST) Updated:Wed, 27 Apr 2016 11:39 PM (IST)
अस्पताल को असुविधा की बीमारी, कौन संभाले जिम्मेदारी

गोंडा: आम लोगों के सेहत की देखभाल करने वाला अस्पताल डॉक्टरों की कमी के कारण बीमार है। मात्र दो चिकित्सकों के सहारे कर्नलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों का उपचार हो रहा है। साथ ही यहां पर संसाधनों की कमी भी मरीजों को परेशान कर रही है।

तहसील मुख्यालय पर स्थापित 30 बेड वाले सीएचसी का हाल बेहाल है। यहां पर 9 की जगह मात्र दो चिकित्सक ही तैनात है। जिसमें डॉ. पीएन राय अधीक्षक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, जबकि डॉ. पुनीता राय महिला चिकित्सक है। डॉक्टरों की कमी के कारण यहां पर मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 24 घंटे की सेवा सिर्फ दो डॉक्टरों के कंधों पर है। इसके अतिरिक्त यहां पर दवाओं की किल्लत भी मरीजों के लिए परेशानी खड़ी कर रही है। दूर दराज से आने वाले मरीजों को पेयजल की कमी से भी दो चार होना पड़ रहा है। यहां पर लगा फ्रीजर खराब है, जिससे मरीजों को ठंडा पानी नहीं मिल पा रहा है। अस्पताल में स्थापित पेयजल की टंकी अभी तक काम नहीं कर सकी है। यहां पर इंडिया मार्का हैंडपंप भी खराब है, जिससे मरीजों व तीमारदारों को राहत नहीं मिल पा रही है।

यहां पर महीने में औसतन 350 महिलाओं का प्रसव कराया जाता है। जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं की हालत गंभीर रहती है। ऐसे में यहां पर बाल रोग विशेषज्ञ न होने के कारण दिक्कतें आ रही है। इन बच्चों को जिला अस्पताल रेफर करना पड़ता है। अस्पताल में झाड़ियों व जंगली घासें फैली हुई हैं, गंदगी की भरमार है।

सीएचसी अधीक्षक डॉ. पीएन राय का कहना है कि जो भी सुविधाएं उपलब्ध हैं, उससे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। सीएमओ डॉ. अमर ¨सह कुशवाहा का कहना है कि अस्पताल की जांच कर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया जाएगा।

chat bot
आपका साथी