प्रशासक जिलाधिकारी फिर भी अव्यवस्था भारी

गोंडा : मलमास में भी पृथ्वीनाथ मंदिर परिसर में व्याप्त गंदगी की सफाई नहीं कराई गई है। जबकि यहां पूरे

By Edited By: Publish:Sun, 28 Jun 2015 11:47 PM (IST) Updated:Sun, 28 Jun 2015 11:47 PM (IST)
प्रशासक जिलाधिकारी फिर भी अव्यवस्था भारी

गोंडा : मलमास में भी पृथ्वीनाथ मंदिर परिसर में व्याप्त गंदगी की सफाई नहीं कराई गई है। जबकि यहां पूरे माह मेला लगता है। पानी के टंकी की टोटियां खराब हैं तो हैंडपंप झाड़ियों से घिरा हुआ है। सरोवर भी कूड़े-कचरे पटा है। यह हाल तब है, जब मलमास के प्रत्येक सोमवार को हजारों श्रद्धालु मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए आते हैं।

मंदिर एवं मेला परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के नाम कुछ नहीं है। हर तरफ अव्यवस्था का बोलबाला है। सरोवर में स्नान करने के बाद जल चढ़ाने के लिए प्रसिद्ध इस मंदिर का सरोवर भी गंदगी से पटा है। मंदिर के द्वार पर भी कूड़े का अंबार लगा है। चारों तरफ जंगली घासें उग आई हैं। यहां तक कि हैंडपंप भी झाड़ियों से घिरा है तो कुछ के फांडेशन ही नहीं बनाए गए हैं। कचरे व बारिश के चलते इकट्ठा हुए पानी की सड़ांध से श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ रही है। मेला में आए लोग व दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन द्वारा समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। प्रदूषित पानी से बीमारी फैलने की आशंका भी बनी हुई है। प्रकाश व्यवस्था न होने के चलते रात में मंदिर व गर्भगृह अंधेरे में डूबा रहता है। खास बात यह है कि मंदिर के प्रशासक स्वयं जिलाधिकारी हैं। यहां छोटी-बड़ी दुकानों से वसूली की जिम्मेदारी राजस्व विभाग की है। लाखों की आय होने के बावजूद यहां सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। पिछले वर्षों में डीएम, एसपी सहित अन्य अधिकारी मंदिर की व्यवस्था का जायजा लेने आते थे, लेकिन इस बार सुविधाओं की कौन कहे, कोई अधिकारी झांकने तक नहीं आया। डीएम अजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि संबंधित उपजिलाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वह मौके पर जाकर जायजा लें। इंतजाम दुरुस्त किए जाएं, जिससे श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो।

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