पहले दिन नहीं खुले कापियों के बंडल

गोंडा: दृश्य एक स्थान- शहीदे आजम भगत ¨सह इंटर कॉलेज, समय- पूर्वाह्न 11 बजे। हल्की बूंदाबांदी

By Edited By: Publish:Mon, 30 Mar 2015 10:13 PM (IST) Updated:Mon, 30 Mar 2015 10:13 PM (IST)
पहले दिन नहीं खुले कापियों के बंडल

गोंडा:

दृश्य एक

स्थान- शहीदे आजम भगत ¨सह इंटर कॉलेज, समय- पूर्वाह्न 11 बजे।

हल्की बूंदाबांदी के बीच यहां पर मूल्यांकन के लिए आने वाले परीक्षक उपस्थिति दर्ज करा रहे थे। परीक्षक सिर्फ अपनी हाजिरी लगा रहे थे। परीक्षक उपनियंत्रक एसएन चतुर्वेदी के पास समस्या लेकर आये हुए थे। दरअसल, वह जिस विषय के परीक्षक बनाये गये थे, उससे इतर विषयों का परीक्षक उन्हें नियुक्त कर दिया गया था। वहीं पर शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी मूल्यांकन केंद्र पर घूम घूम कर प्रदर्शन कर रहे थे।

दृश्य दो

- स्थान- राजकीय इंटर कॉलेज, समय- पूर्वाह्न 11.30 बजे।

यहां की तस्वीर कुछ अलग थी। यहां पर तो कोठार को जाने वाली सीढि़यों के चैनल पर ही शिक्षकों ने ताला जड़ दिया। सभी शिक्षक नेता वहां पर नारेबाजी करने में लगे हुए थे। इसके अतिरिक्त कुछ परीक्षक परीक्षा प्रभारी राम ¨सह के पास जाकर अपनी हाजिरी जरूर लगा रहे थे। वहीं पर यहां से जिगर इंटर कॉलेज के लिए स्थानान्तरित किये गये परीक्षक उपनियंत्रक राम ¨सह से जानकारी करने में लगे हुए थे। उपनियंत्रक मूल्यांकन को लेकर परीक्षकों के साथ बैठक करने की योजना तो बना रहे थे, लेकिन कोई भी परीक्षक मी¨टग हाल में जाने को तैयार हीं नहीं था।

यह नजारा, सोमवार को मूल्यांकन केंद्रों पर देखने को मिला। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया। मूल्यांकन के लिए आई 26 जिलों की 7.80 लाख उत्तरपुस्तिकाओं में से एक भी कापियां नहीं जांची गई। पूरे दिन शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी मूल्यांकन केंद्रों पर घूम-घूम कर प्रदर्शन करते रहे। उपनियंत्रक उन्हें समझाने बुझाने में जुटे रहे, बावजूद कोई भी परीक्षक मूल्यांकन के लिए तैयार नहीं हुआ। बारिश के बीच दिन भर मूल्यांकन केंद्रों पर नारेबाजी होती रही।

तर्क अपने-अपने

- शहीदे आजम भगत ¨सह इंका के उपनियंत्रक एसएन चतुर्वेदी ने बताया कि पहले दिन 160 परीक्षकों ने उपस्थिति दर्ज कराई है। पहले दिन एक भी उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं हुआ। यहां तक कि मूल्यांकन से पहले परीक्षकों की होने वाली बैठक भी नहीं हो हुई। राजकीय इंटर कॉलेज के उपनियंत्रक राम ¨सह का कहना है कि पहले दिन करीब 110 परीक्षकों ने हाजिरी दी है। इसके बाद भी कापियों का मूल्यांकन नहीं हो सका। जिगर मेमोरियल इंका के उपनियंत्रक मोहम्मद जमाल ने बताया कि करीब 70 परीक्षकों ने उपस्थिति दी है। पहले दिन एक भी मूल्यांकन नहीं हुआ।

शिक्षक संगठनों का दावा

- उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जिलाध्यक्ष अजीत ¨सह, जिलामंत्री विनय कुमार शुक्ल, सहदेव ¨सह, राम मनोहर पांडेय सहित अन्य पदाधिकारियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए मूल्यांकन केंद्रों का भ्रमण कर प्रदर्शन किया। शिक्षक संगठनों ने मूल्यांकन का कार्य नहीं होने दिया। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ चेतनारायण गुट के जिलाध्यक्ष राजेश पांडेय, जिलामंत्री नरपति ¨सह, अखंड प्रताप ¨सह, इंद्रपाल ¨सह ने प्रदर्शन कर मूल्यांकन का बहिष्कार किया। उप्र माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रमेश कुमार मिश्र, जिला महामंत्री सुनील शुक्ल, संतोष कुमार शुक्ल ने प्रदर्शन कर मूल्यांकन से हाथ खड़े कर दिये। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ वित्त विहीन गुट के जिलाध्यक्ष पीडी मिश्र व जिलामहामंत्री उमेश कुमार ¨सह के साथ पदाधिकारियों ने प्रदर्शन कर मूल्यांकन का बहिष्कार किया।

क्या हैं मांगे

- विगत वर्ष 2013 व 2014 में परीक्षकों के पारिश्रमिक का बकाया भुगतान कराया जाय।

- केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक व बंडल वाहक का पारिश्रमिक का भुगतान कराया जाय।

- पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाय।

क्या बोले अधिकारी

- जिला विद्यालय निरीक्षक वीके दूबे का कहना है कि पहले दिन करीब बीस फीसदी परीक्षकों ने उपस्थिति दर्ज कराई है। शिक्षक संगठनों के विरोध का असर मूल्यांकन पर पड़ा है।

chat bot
आपका साथी