ग्राम सचिवों पर कसेगा शिकंजा, तय होगा रोस्टर

सर्वेश कुमार मिश्र -------------- जागरण संवाददाता गाजीपुर ग्राम सचिवों पर अब जिला प्रशासन शि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 05:28 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 05:28 PM (IST)
ग्राम सचिवों पर कसेगा शिकंजा, तय होगा रोस्टर
ग्राम सचिवों पर कसेगा शिकंजा, तय होगा रोस्टर

सर्वेश कुमार मिश्र

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जागरण संवाददाता, गाजीपुर : ग्राम सचिवों पर अब जिला प्रशासन शिकंजा कसेगा। गावों में मौजूदगी को लेकर रोस्टर तैयार होगा। इसी के आधार पर उनकी हाजिरी लगेगी और वेतन मिलेगा। इसमें घालमेल पर न सिर्फ वेतन कटेगा बल्कि कार्रवाई भी होगी। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह के इस फरमान से जहां महकमे में हलचल है वहीं आमजन को इससे बड़ी सहूलियत मिलेगी।

जिले के 1238 ग्राम सभाओं के सापेक्ष महज ढाई सौ सेक्रेटरियों का तैनाती है। इससे जहां सचिव यह तय नहीं कर पाते कि वह कब और कहां जाएं वहीं आम लोगों को भी बड़ी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। तमाम लोग तो ऐसे हैं जिन्हें यह पता ही नहीं कि उनके यहां का सेक्रेटरी आखिर है कौन। चूंकि एक-एक सेक्रेटरियों पर कई गांवों की जिम्मेदारी होती है ऐसे में वह इसका बेजा लाभ लेते हुए मनमाना रहते हैं। अधिकारियों तक को घुमाते रहते हैं कि वह वहां के बजाय कहीं और थे। चाहकर भी संबंधित अधिकारी बहुत इसकी तहकीकात करने की हालत में नहीं होता था। इस तरह की शिकायत जब जिलाधिकारी तक पहुंची तो उन्होंने फौरन इस दिशा में पहल की। संबंधित अधिकारियों को तलब करते हुए सचिवों का रोस्टर बनाने को कहा।

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देखा जाएगा किसके पास कितने गांव

इसके मुताबिक पहले यह देखा जाएगा कि किस सचिव के पास कितने गांव हैं। उस हिसाब से हर दिन का रोस्टर तैयार किया जाएगा कि वह किस दिन कहां रहेंगे। इन सचिवों को संबंधित पंचायत भवन में बायोमीट्रिक मशीन पर हाजिरी लगानी होगी। बायोमीट्रिक मशीन लगाने की दिशा में तेजी से कवायद चल रही है, जो पंचायत सहायक की निगरानी में होगी। वेतन बनाने के दौरान रोस्टर और हाजिरी को मिलाया जाएगा। जहां तालमेल के बजाय घालमेल मिला उसका वेतन कटेगा, पड़ताल कर पूछताछ के बाद कार्रवाई होगी। इससे आम लोगों को बड़ी सुविधा होगी। --- ग्राम सचिवों को लेकर शिकायत आम बात है। ऐसे में रोस्टर के हिसाब से ड्यूटी पर काम में न सिर्फ पारदर्शिता होगी बल्कि सबको सहूलियत भी मिलेगी। गांव में लोग आसानी से सचिव को पा जाएंगे। शासन की यही मंशा भी है। सबको दी गई जिम्मेदारी के हिसाब से काम करना पड़ेगा। -मंगला प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी।

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