शोपीस बनी बीडीओ कार्यालय की बायोमेट्रिक मशीन

जमानियां (गाजीपुर) सरकारी कर्मचारियों के लेटलतीफी पर लगाम कसने के लिए सरकार की ओर से विभागों में लगाया गया बायोमेट्रिक मशीन महज शो पीस बन कर रह गया है। बतौर बानगी ब्लाक के बीडीओ कार्यालय में लगा बायोमेट्रिक मशीन है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Jul 2019 05:20 PM (IST) Updated:Fri, 26 Jul 2019 05:20 PM (IST)
शोपीस बनी बीडीओ कार्यालय की बायोमेट्रिक मशीन
शोपीस बनी बीडीओ कार्यालय की बायोमेट्रिक मशीन

जासं, जमानियां (गाजीपुर) : सरकार की ओर से विभागों में लगाया गया बायोमेट्रिक मशीन महज शो पीस बन कर रह गयी है। बतौर बानगी ब्लाक के बीडीओ कार्यालय में लगी बायोमेट्रिक मशीन को देखा जा सकता है। कर्मचारियों का अब इससे कोई लेना-देना नहीं रहा। सभी फिर से पुराने ढर्रे पर आ चुके हैं। अब रजिस्टर पर ही उनकी उपस्थिति दर्ज कराई जा रही है, जिसमें समय का कोई रिकार्ड नहीं होता।

सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लेटलतीफी पर लगाम लगाने के लिए सूबे की सरकार ने सभी सरकारी विभागों में बायोमेट्रिक मशीन लगवाने का फरमान जारी किया था। इसके तहत बीडीओ कार्यालय में भी बायोमेट्रिक मशीन लगाई गई शुरू में तो सभी ने इसका प्रयोग किया, लेकिन कुछ महीने बाद ही सरकार का यह फरमान ब्लाक के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए मुसीबत बन गया। आफिस का समय सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक होने से उन्हें परेशानी होने लगी। लेटलतीफी के आदि अधिकारियों व कर्मचारी इससे बचने का उपाय खोजने लगे और बायोमेट्रिक मशीन को कबाड़ घोषित कर दिए। सब कुछ जानने के बाद भी ब्लाक के अधिकारी मौन धारण किए हुए हैं। उपजिलाधिकारी रमेश मौर्य ने बताया कि बायोमेट्रिक के बारे में बीडीओ से वार्ता करूंगा।

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी