गाजीपुर में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं की अराजकता, हेड कॉन्स्टेबल को पीट-पीटकर मार डाला

लंदशहर के बाद कल गाजीपुर में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं की भीड़ काफी अराजक हो गई और फिर एक हेड कॉन्स्टेबल की पीट-पीटकर हत्या कर दी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sun, 30 Dec 2018 10:09 AM (IST) Updated:Sun, 30 Dec 2018 11:34 AM (IST)
गाजीपुर में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं की अराजकता, हेड कॉन्स्टेबल को पीट-पीटकर मार डाला
गाजीपुर में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं की अराजकता, हेड कॉन्स्टेबल को पीट-पीटकर मार डाला

गाजीपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में भीड़ की अराजकता बढ़ती ही जा रही है। बुलंदशहर के बाद कल गाजीपुर में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं की भीड़ काफी अराजक हो गई और फिर एक हेड कॉन्स्टेबल की पीट-पीटकर हत्या कर दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के कारण भारी सुरक्षा के बाद भी गाजीपुर में निषाद पार्टी के कार्यकर्ता काफी अराजक हो गए। आरक्षण की मांग को लेकर कठवामोड़ मंगई नदी पुल के आगे रास्ता जाम करने वाले निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं को हटाने गए करीमुद्दीनपुर थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल सुरेश प्रताप वत्स (48) को देर शाम पीट-पीटकर मार डाला गया। पुलिसकर्मी की हत्या से महकमे में खलबली मच गई।

डीएम के बालाजी व एसपी डा. यशवीर सिंह मौके पर फोर्स के साथ पहुंचे तो आरोपित भाग निकले। पुलिस ने देर रात तक विभिन्न थानों में दो सौ से अधिक अज्ञात उग्र प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। इस बीच आइजी विजय सिंह मीणा ने जिला अस्पताल पहुंचकर मामले की जानकारी ली।

आरक्षण की मांग को लेकर जिले भर के निषाद पार्टी के कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर धरना देने आ रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए उन्हें पुलिसकर्मियों ने जगह-जगह रोक दिया। इससे नाराज कार्यकर्ता सैदपुर, करंडा थाना क्षेत्र के भटौली व नोनहरा थाना क्षेत्र के कठवामोड़ मंगई नदी के पुल पर धरने पर बैठ गए। तीसरे पहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा समाप्त हुई और कार्यक्रम में आए लोग लौटने लगे तो कठवामोड़ के पास निषाद पार्टी के र्कायर्कताओं गाजीपुर-मुहम्मदाबाद मार्ग पर जाम लगा दिया।

जाम खुलवाने के लिए ड्यूटी से थाने लौट रहे करीमुद्दीनपुर थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया। वह पुलिसकर्मियों संग जाम स्थल पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को समझाने लगे। उसी दौरान कार्यकर्ता उग्र हो गए और पथराव करने लगे जिससे भगदड़ मच गई। इसी बीच निषाद पार्टी के कार्यकर्ता करीमुद्दीनपुर थाने में तैनात प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र के लच्छीपुर गांव निवासी सुरेश प्रताप वत्स को दबोच लिया और जमकर पिटाई कर दी। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण मौके पर ही बेहोश हो गए। पुलिसकर्मियों ने हमलावरों को खदेड़कर सुरेश प्रताप को छुड़ाया। लहूलुहान हाल में लेकर जिला अस्पताल आए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

प्रदर्शन पर रोक के बावजूद सड़क पर उतरे थे कार्यकर्ता

जगह-जगह हंगामा करने वाले निषाद पार्टी के कार्यकर्ता कई दिनों पहले ही ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के दिन आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन करने की योजना तैयार कर चुके थे। यह लोग भीड़ इकट्ठा कर जिला मुख्यालय की ओर चले तो रोक दिया गया। इस पर जहां रुके, वहीं प्रदर्शन के साथ ही हंगामा शुरू कर दिए। यह लोग इतनी भीड़ इकट्ठा कर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में दिन प्रदर्शन करने की योजना तैयार कर चुके थे और सरकारी मशीनरी को इसकी भनक नहीं लग सकी। इसी का परिणाम है कि एक सिपाही को जान से हाथ धोना पड़ा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में जिले के अलावा अन्य जनपदों की पुलिस आई थी। कार्यक्रम से पहले ही धरना-प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई थी। ऐसे में अचानक सड़क पर निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं का आ जाना कहीं न कहीं जिला प्रशासन व पुलिस महकमा की सक्रियता व सतर्कता पर सवाल खड़ा करता है। चर्चा है कि पुलिस महकमा व जिला प्रशासन ने निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं को काफी हल्के में ले लिया था। इसी का खमियाजा विभाग को अब भुगतना पड़ रहा है।

उग्र हुए हमलावर तो भाग गए पुलिसकर्मी

जाम कर रहे निषाद पार्टी के कार्यकर्ता शुरू में पुलिस से अदब से पेश आए। मगर कुछ ही देर में वे अचानक इतना उग्र हो गए की पुलिस समझ ही नहीं पाई। पुलिसकर्मी उन्हें खदेडऩे का प्रयास करते इससे पहले ही वे पथराव शुरू कर दिए। ईंट-पत्थर चलने से पुलिसकर्मी इधर-उधर भागने लगे। सुरेश हमलावरों के बीच फंस गए और वे उन्हें पकड़कर बेरहमी से पीट दिए, जिससे उनकी मौत हो गई।

छावनी में तब्दील हुआ कठवामोड़

सिपाही की हत्या के बाद कठवामोड़ पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गया है। नोनहरा, भांवरकोल, कोतवाली, सुहवल, जंगीपुर, मुहम्मदाबाद, करीमुद्दीनपुर के अलावा कई थानों की फोर्स जम गई। अब पुलिस महकमा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे प्रदर्शन करने वालों को चिन्हित कर दबोचने में जुटा है।

भाजपा कार्यकर्ताओं के वाहनों पर भी फेंका ईंट-पत्थर

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से लौट रहे भाजपा नेताओं के वाहनों पर शुरू में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ईंट-पत्थर फेंका। इससे दोनों पक्षों में तकरार भी हुई। किसी को क्या पता था कि इतने उग्र हैं कि सिपाही को ही मौत के घाट उतार देंगे। 

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