धनतेरस व दिवाली के मूड में बाजार, खूब आ रहे खरीदार

जागरण संवाददाता गाजीपुर जैसे-जैसे दिवाली का त्योहार नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे तैयारिय

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Nov 2020 04:42 PM (IST) Updated:Tue, 10 Nov 2020 04:42 PM (IST)
धनतेरस व दिवाली के मूड में बाजार, खूब आ रहे खरीदार
धनतेरस व दिवाली के मूड में बाजार, खूब आ रहे खरीदार

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जैसे-जैसे दिवाली का त्योहार नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे तैयारियां तेज होती जा रही हैं। घर, दुकान व प्रतिष्ठानों में साफ-सफाई, रंगाई-पुताई के साथ सजावट का सिलसिला चल रहा है। व्यापारी और लोग त्योहार से पहले की तैयारियों में रम गए हैं।

शहर हो या गांव सभी जगह दीपोत्सव की तैयारियां की जा रही है। बाजार में भी चहल-पहल बढ़ गई है। ग्राहकों के स्वागत के लिए बाजार तैयार है। लोग खरीदारी करने निकलने लगे हैं। पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत 12 नवंबर से होगी। पहले दिन धनतेरस, दूसरे दिन रूप चौदस, तीसरे दिन महालक्ष्मी पूजा, चौथे दिन गोवर्धन पूजा और पांचवें अंतिम दिन भाईदूज के साथ उत्सव का समापन होगा। दीपावली के त्योहार को खास बनाने के लिए लोग किसी भी तरह की कमी नहीं रहने देना चाहते हैं। ----- पसंद आ रहीं मिट्टी की मूर्तियां : इस दिवाली मिट्टी की मूर्तियों की मांग अधिक है। प्लास्टर आफ पेरिस की मूर्तियों की जगह लोग इसे ले जाना पसंद कर रहे हैं। खूबसूरत डिजाइन और कसीदाकारी वाले कपड़े पहने लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं सबसे अधिक बिकीं। मिश्र बाजार के दुकानदार रवि कुमार ने बताया कि इस बार मिट्टी की मूर्तियां अधिक बिक रही है। लोग छोटे से लेकर बड़ी-बड़ी मूर्तियां भी मिट्टी के ले जाना पसंद कर रहे हैं। इन मूर्तियों की खासियत है कि इसपर कलाकार प्राकृतिक रंग से पेंट करते हैं और इसकी सजावट भी बिल्कुल अलग तरीके से की गई है। इसलिए लोग इसे अधिक पसंद करते हैं। लक्ष्मी गणेश की मूर्तियों में रंगोली थाल मूर्ति सबसे अधकि पसंद की जा रही है। रंगोली थाल मूर्ति-250-550 रुपय, पीओपी मूर्तियां-150-500 रुपये, मिट्टी की मूर्तियां-350-पांच हजार रुपये की बिक रहे हैं। ----- भा रहे मिट्टी के दिए : पूरे देश में चायनीज सामान के बहिष्कार की दिशा में लोगों ने एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। प्रदेश में इस साल दीपावली में मेड इन इंडिया उत्पादों की मांग बढ़ रही है। लोगों को मिट्टी के दीये भा रहे हैं। इससे न सिर्फ चीन को आर्थिक नुकसान पहुंचेगा बल्कि लाकडाउन में नौकरी खो चुके लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। मिट्टी के दीये बनाने वाले कुम्हारों को अब कुछ लाभ मिलेगा। जिले में लोग चाइनीज झालरों का बहिष्कार कर मिट्टी के बने दियों से अपने घरों को दीवाली पर रोशन करने की तैयारी में हैं। इस पहल से कुम्हार काफी खुश नजर आ रहे हैं। कुम्हारों का कहना है कि इस बार उनकी दीपावली हर साल के मुताबिक अच्छी बीतेगी।

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चायनीज सामानों को बाय-बाय

: बता दें कि पिछले कई बरसों से देश में लोगों ने 'मेड इन चाइना' उत्पादों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। हर साल की तरह इस साल भी लोगों ने दीवाली से पहले चाइनीज झालरों का भी बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। बड़ी तादाद में लोग चाइनीज झालरों को खरीदने से बच रहे है, जिससे कुम्हारों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद दिख रही है। कुम्हार भी इस बार की दीपावली अपने परिवार वालों के साथ अच्छे से मना पाएंगे। कुम्हारों ने बताया कि इस बार मिट्टी के दीयों की बाजार में डिमांड बढ़ रही है। दीपावली में मिट्टी के दीयों की बढ़ती मांग को देखते हुए अभी से तैयारी करना शुरू कर दी है।

----- सरसों तेल के दाम बढ़े

खानपुर : दिवाली पर मिट्टी के दियों की बिक्री से तेलों के दाम भी बढ़ गए हैं। एक सप्ताह पूर्व 115 रुपये लीटर बिकने वाला सरसों तेल अभी 145 रुपये लीटर बिक रहा है। तेल निकालने वाले कोल्हू पर खुला सरसों तेल 170 रुपये किलो बिक रही है। तिल का तेल 165 रुपये लीटर बिक रहा है। तेल के साथ देशी घी के दामों में भी बढ़ोत्तरी हो गई है।

तेल मशीन चलाने वाले रामपुर के संतोष जायसवाल बताते हैं कि 55 रुपये प्रति किलो सरसों बिकने से सरसों तेल का दाम बढ़ना स्वाभाविक है। श्रद्धालु कार्तिक महीने में पूरे माह दीपदान और तुलसी आंवला पौधों के नीचे दीपक जलाते हैं।

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नान स्टिक बर्तनों की मांग

सैदपुर : धनतेरस को लेकर बर्तन व सराफा की दुकानों पर भीड़ है तो इलेक्ट्रिक की दुकानों पर झालर लाइट आदि लेने वालों की। बर्तन की दुकानों पर लोहा, स्टील, पीतल व तांबा का बर्तन छोड़ ज्यादातर लोग नानस्टिक बर्तन की खरीद पर जोर दे रहे हैं। नान स्टिक जग, फ्राई पेन, तवा, कढ़ाई आदि की बिक्री बढ़ी है। सराफा की दुकानों पर भी चांदी का सिक्का खरीदने वालों की जगह अब फैशनेबल रिग, चेन, इयर रिग आदि की खरीदारी के लिए ग्राहक आ रहे हैं। बर्तन व्यवसायी विकास बरनवाल ने बताया कि धनतेरस व दिवाली को लेकर ग्राहकों में उत्साह दिखाई पड़ रहा है। छोटे बड़े दुकानदारों ने इसी उम्मीद को लेकर रेंज लगाया है। उन्हें उम्मीद है कि अच्छी बिक्री होगी। लालदरवाजा स्थित अंश बर्तन भंडार के मालिक ने बताया कि ज्यादातर लोग छोटे आइटम ही खरीद रहे हैं। सौ रुपये से लेकर पांच सौ रुपये के सामानों की मांग ज्यादा है।

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