¨हदी की महान कवि थीं महादेवी वर्मा

जासं, गाजीपुर : कायस्थ चित्रगुप्त महासभा द्वारा सोमवार को कवि महादेवी वर्मा की जयंती सिटी रेलवे

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Mar 2018 05:41 PM (IST) Updated:Wed, 28 Mar 2018 05:40 AM (IST)
¨हदी की महान कवि थीं महादेवी वर्मा
¨हदी की महान कवि थीं महादेवी वर्मा

जासं, गाजीपुर : कायस्थ चित्रगुप्त महासभा द्वारा सोमवार को कवि महादेवी वर्मा की जयंती सिटी रेलवे स्टेशन स्थित शिव मंदिर में मनाई गई। इसमें महादेवी वर्मा के कृतित्व व व्यक्तित्व पर चर्चा की गई। महासभा के जिलाध्यक्ष संदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि महादेवी वर्मा ¨हदी की महान कवियों में से थीं। वह ¨हदी साहित्य के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक मानी जाती हैं। वे बौद्ध धर्म से काफी प्रभावित थीं। महात्मा गांधी के प्रभाव से उन्होंने जनसेवा का संकल्प लिया और झूंसी में कार्य किया। इसमें प्रमुख रूप से परशुराम लाल, अशोक कुमार श्रीवास्तव, विजय कुमार श्रीवास्तव, अमित श्रीवास्तव, सुशील श्रीवास्तव, प्रकाश लाल, आनंद श्रीवास्तव, रवि प्रकाश श्रीवास्तव, हिमांशु श्रीवास्तव आदि थे। खानपुर : सिधौना बाजार स्थित पूर्व विधायक दीनानाथ पांडेय के आवास पर ¨हदी कवि महादेवी वर्मा की जयंती मनाई गई। कवि प्रेमशंकर मिश्रा ने कहा कि महादेवी वर्मा की गिनती हिन्दी कविता के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभ सुमित्रानन्दन पंत, जयशंकर प्रसाद और सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला के साथ की जाती है। उन्होंने अपने प्रयत्नों से इलाहाबाद में प्रयाग महिला विद्यापीठ की स्थापना की। इसकी वे प्रधानाचार्य एवं कुलपति भी रहीं। इनको कई सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान से सम्मानित किया गया है। साथ ही पद्म विभूषण, पद्मश्री, साहित्य अकादमी, ज्ञानपीठ आदि जैसे कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। गोष्ठी में साहित्यकार रामजी ¨सह बागी, डा. राजबिहारी मिश्र, मकसूदन, पन्ना राम, अर¨वद ¨सह, रामजीत यादव, मुन्नीलाल पांडेय आदि लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

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