गड्ढों में तब्दील हो रही कर्मनाशा पुल की सड़क

यूपी-बिहार को जोड़ने वाली कर्मनाशा नदी पर बने पुल की सड़क पूरी तरह से जर्जर व गड्ढों में तब्दील हो गई है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में बालू लदे ओवरलोड ट्रकों के गुजरने से धीरे-धीरे सड़क ध्वस्त होती जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Nov 2020 12:17 AM (IST) Updated:Thu, 12 Nov 2020 12:17 AM (IST)
गड्ढों में तब्दील हो रही कर्मनाशा पुल की सड़क
गड्ढों में तब्दील हो रही कर्मनाशा पुल की सड़क

जागरण संवाददाता, बारा (गाजीपुर) : यूपी-बिहार को जोड़ने वाली कर्मनाशा नदी पर बने पुल की सड़क पूरी तरह से जर्जर व गड्ढों में तब्दील हो गई है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में बालू लदे ओवरलोड ट्रकों के गुजरने से धीरे-धीरे सड़क ध्वस्त होती जा रही है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सड़क की मरम्मत को लेकर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

ताड़ीघाट-बारा मार्ग पर स्थित कर्मनाशा पुल जिले की सीमा को बिहार प्रांत के बक्सर जिले से जोड़ता है। दो सौ मीटर लंबे पुल का निर्माण वर्ष 1979 में हुआ था। बिहार, झारखंड व बंगाल से जनपद समेत अन्य जिलों में जरूरी सामग्री की आपूर्ति होती है।

बिहार से आने वाले बालू लदे ओवरलोड ट्रकों का आवागमन इस पुल से अधिक होता है। बालू लदे ओवरलोड ट्रकों के गुजरने से पुल की सड़क धीरे-धीरे ध्वस्त हो रही है। लोक निर्माण विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है। पुल में लगी सरिया बाहर निकलकर जंग खा रही है। 16 जुलाई को कर्मनाशा पुल के एक्सपेंशन ज्वाइंट, बेयरिग, रेलिग व कंक्रीट का उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम की टीम ने बारीकी से निरीक्षण किया था। आधुनिक यंत्रों के साथ निरीक्षण करने वाली टीम में शामिल इंजीनियरों ने हर बिदुओं की जांच-पड़ताल की थी। जांच के बाद सेतु निगम के अधिकारियों ने पुल के एक्सपेंशन ज्वाइंट व रेलिग के क्षतिग्रस्त होने की बात कही थी। वहीं पुल के बेयरिग में ग्रिसिग की आवश्यकता जताई थी। लेकिन अब तक न ही एक्सपेंशन ज्वाइंट व रेलिग की मरम्मत की गई और न ही बेयरिग में ग्रिसिग का कार्य हो सका। इससे पुल में बड़े-बड़े गड्ढे होने के साथ ही सरिया दिखाई देने लगी है। जिला प्रशासन ने जल्द ही इस पर ध्यान नहीं दिया तो इस पुल से भी आवागमन बाधित होने की लोगों ने आशंका जताई है।

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