बादलों की आवाजाही से मौसम ने बदला रंग

आसमान में शुक्रवार की सुबह बादल छाने से ठंड में बढ़ोत्तरी हो गई। ठंड बढ़ी तो बाजार में गर्म कपड़ों की खरीदारी का बाजार भी तेज हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 09:50 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 09:50 PM (IST)
बादलों की आवाजाही से मौसम ने बदला रंग
बादलों की आवाजाही से मौसम ने बदला रंग

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : आसमान में शुक्रवार की सुबह बादल छाने से ठंड में बढ़ोत्तरी हो गई। ठंड बढ़ी तो बाजार में गर्म कपड़ों की खरीदारी का बाजार भी तेज हो गया। वहीं, खलिहान में रखे धान के बोझ को लेकर किसानों के माथे पर चिता की लकीरें साफ दिखी। आशंका जताई की अगर बारिश हो गई तो उनकी फसल बर्बाद हो जाएगी। वहीं दोपहर बाद भगवान भास्कर ने दर्शन दिए तो लोगों ने राहत की सांस ली। पीजी कालेज कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि मौसम विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा ने बताया कि 26 नवंबर को अधिकतम 26 एवं न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसके अलावा 27 नवंबर यानी शुक्रवार को अधिकतम 26 व न्यनूतम 12 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं 28 नवंबर को अधिकतम 25 व न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया जाने का अनुमान है।

एक दिन पूर्व रात से ही आसमान पर बादलों ने आवाजाही शुरू कर दी। दूसरे दिन सुबह बादल घने हो गए। बादल छाने से ठंड में बढ़ोतरी हो गई। दोपहर को भगवान भास्कर के दर्शन हुए लेकिन उनकी आंख मिचौली जारी रही। तीसरे पहर तीन बजे करीब बादल खुले को खिली हुई धूप ने लोगों को राहत दी। उधर बाजार में गर्म कपड़ों की खरीदारी शुरू हो गई है। लोग दस्ताने, वूलन शाल, इनर वगैरह की खरीदारी करने लगे हैं। वहीं बादल छाने से किसानों की धुकधुकी बढ़ गई है। उसको धान की फसल खेत एवं खलिहान में पड़े होने के कारण उनको भय हो गया कि अगर कहीं बारिश हुई तो उनकी फसलों को काफी नुकसान पहुंच सकता है। किसानों ने खलिहान में रखे धान को तिरपाल से ढकना शुरू कर दिया तो वहीं किसान खेत से अपनी धन की फसलों को हटाने लगे।

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बारिश की नहीं है संभावना

कृषि विज्ञान केंद्र पीजी कालेज से प्राप्त आने वाले पांच दिनों के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार बारिश की संभावना नहीं है लेकिन बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 23 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान में गिरावट रहने के साथ 10 से 11 डिग्री सेंटीग्रेड रहने की संभावना है। पश्चिमी हवाएं मध्यम गति औसत 4 से 5 किलोमीटर प्रति घंटा से चलने की उम्मीद है। कृषि मौसम विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा ने बताया कि कोविड-19 के प्रति सतर्क रहें तथा फैलने से रोकने के लिए कृषि कार्य के दौरान भारत सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें। साथ ही बताया कि बगीचे में साफ-सफाई व जुताई न हुई है तो इसे शीघ्रता से पूर्ण करें तथा पके हुए पपीते की तुड़ाई करें और अच्छी तरह पर प्रबंध करके बाजार भेजें। केंद्र के पशुचिकित्सा वैज्ञानिक डा. डीपी श्रीवास्तव ने बताया कि सर्दी से बचाव के लिए पशु घर का प्रबंध ठीक से करें तथा पशुओं के बैठने का स्थान समतल होना चाहिए जिससे उनके उत्पादन क्षमता प्रभावित न हो। इस समय नवजात पशुओं के रख-रखाव पर विशेष ध्यान दें।

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