बाहरी दवा की पर्ची देख बिफरे मंत्री, शिकंजा कसने का निर्देश

जासं गाजीपुर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गुरुवार को जिला व महिला अस्पताल गहनता पूर्वक निरीक्षण किया। इस दौरान मरीज के पास चिकित्सक द्वारा लिखी बाहरी दवा की पर्ची मिलने पर वे भड़क उठे व कड़ी नाराजगी जताई

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Jun 2019 06:16 PM (IST) Updated:Thu, 27 Jun 2019 06:16 PM (IST)
बाहरी दवा की पर्ची देख बिफरे मंत्री, शिकंजा कसने का निर्देश
बाहरी दवा की पर्ची देख बिफरे मंत्री, शिकंजा कसने का निर्देश

जासं, गाजीपुर : प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व मातृ शिशु कल्याण मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गुरुवार को जिला व महिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान एक मरीज के पास चिकित्सक द्वारा लिखी बाहरी दवा की पर्ची मिलने पर वे बिफर पड़े व कड़ी नाराजगी जताई। आपातकाल कक्ष के बाहर एक भी स्ट्रेचर नहीं होने पर सीएमएस की जमकर क्लास लगाते हुए सुधार लाने की हिदायत दी। इस दौरान अधिकारियों व कर्मियों में हड़कंप की स्थिति बनी रही।

श्री सिंह का काफिला दोपहर 1.36 बजे जिला अस्पताल पहुंचा। वहां दवा वितरण काउंटर पर दवा खरीद की आन लाइन सिस्टम की जानकारी लेने के साथ कम्प्यूटर भी देखा। इसी दौरान एक वृद्ध महिला मरीज के हाथ में चिकित्सक द्वारा दवा के लिए लिखी गई बाहरी पर्ची देखते हुए भड़क उठे। पूछताछ करने के बाद आपातकालीन कक्ष सभागार पहुंचे, जहां स्ट्रेचर व व्हील चेयर न होने पर अस्पताल प्रशासन की कार्य प्रणाली पर खासी नाराजगी जताई। करीब 3.02 बजे महिला अस्पताल पहुंचने के बाद प्रभारी सीएमएस डा. तारकेश्वर से चिकित्सकीय व्यवस्था की जानकारी लेने के साथ महिला वार्ड व एसएनसीयू का निरीक्षण किया। इस दौरान जमानियां विधायक सुनीता सिंह, मुहम्मदाबाद विधायक अलका राय, एसपी डा. अरविद चतुर्वेदी, सीडीओ हरिकेश चौरसिया, सीएमओ डा. जीसी मार्य, डीपीएम प्रभुनाथ आदि रहे।

भोजन की परखी गुणवत्ता

जिला अस्पताल के माइनर ओटी व इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों का हाल जानने के बाद वार्ड में भर्ती कुषोषित बच्चों के लिए बनने वाले भोजन की गुणवत्ता भी स्वास्थ्य मंत्री ने परखी। आयुष्मान योजना कक्ष में पहुंचकर अब तक लाभांवित लाभार्थियों की सूची देखने के बाद संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया।

सप्ताह में दो दिन जांच करेंगे एसडीएम

जन औषधि केंद्र के निरीक्षण के दौरान बाहरी दवा लिखने की शिकायत पर दवा प्रतिनिधियों व अवांछनीय तत्वों पर अंकुश लगाने के लिए सदर एसडीएम को सप्ताह में दो दिन जांच कर कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। इसके बाद 102 व 108 कक्ष में पहुंचकर वाहनों के संचालन के बारे में जानकारी प्राप्त की। सीटी स्कैन कक्ष का निरीक्षण करने के साथ एमआरआई के लिए निर्धारित शुल्क की जानकारी के लिए रजिस्ट्रेशन कक्ष में तैनात कर्मचारी से पूछताछ की।

कार्रवाई नहीं सुधार के लिए आया हूं: सिद्धार्थ नाथ सिंह

निरीक्षण के बाद मिली खामियों पर जब पत्रकारों द्वारा कार्रवाई का सवाल उठाया गया तो श्री सिंह ने कहा कि कार्रवाई के लिए नहीं सुधार के लिए आया हूं। चिकित्सकों व रेडियोलाजिस्ट की कमी के सवाल पर कहा कि प्रदेश ही नहीं पूरे देश में इसकी कमी बनी हुई है। जल्द ही सुधार लाने की बात कहकर पल्ला झाड़ते दिखे। बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को खामियां दूर करने के लिए कहा गया है।

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