कैसे होगी पढ़ाई, नहीं मिलीं पाठ्य पुस्तकें

सादात (गाजीपुर) : सरकार प्राथमिक शिक्षा को बढ़ाने व बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए करोड़ों रुपये ख

By Edited By: Publish:Wed, 28 Sep 2016 08:00 PM (IST) Updated:Wed, 28 Sep 2016 08:00 PM (IST)
कैसे होगी पढ़ाई, नहीं मिलीं पाठ्य पुस्तकें

सादात (गाजीपुर) : सरकार प्राथमिक शिक्षा को बढ़ाने व बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। सत्र का छह माह बीतने को है लेकिन अब तक परिषदीय विद्यालयों में किताबें बच्चों को नहीं मिल पाई हैं। सरकार ने अप्रैल से शिक्षा सत्र को प्रारंभ कर दिया। सितंबर बीतने वाला है लेकिन बच्चों के बैग से पुस्तकें नदारद हैं। अक्टूबर में छमाही परीक्षा होनी है। मात्र चार-पांच पुस्तकें ही एक सप्ताह पूर्व बच्चों को बांटी गई हैं। प्राथमिक कक्षाओं में सभी बच्चों को दो से छह किताबें दी जाती हैं। जूनियर कक्षाओं में किताबों की संख्या बढ़कर 10 से 13 हो जाती हैं। स्थानीय ब्लाक में प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व मान्यता प्राप्त स्कूलों को मिलाकर कुल 175 विद्यालय हैं। दौलतनगर के एनपीआरसी समंवयक राकेश पांडेय ने बताया कि अभी शासन द्वारा किताबें नहीं मिली हैं। इससे पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय सादात के प्रधानाध्यापक रामेश्वर यादव ने बताया कि विद्यार्थियों को अधूरी पुस्तकें बंटी हैं। राजकीय जूनियर हाईस्कूल सौरी के प्रधानाचार्य रामअवतार यादव ने बताया कि पिछले एक दशक में यह पहला अवसर है जब छह माह बीतने को हैं और अब तक बच्चों को किताबें नहीं मिली हैं। खंड शिक्षा अधिकारी महेंद्र प्रताप ¨सह ने बताया कि शासन में कुछ अड़चनों के चलते किताबें नहीं आ रही थीं। अब यह समस्या खत्म हो गई है। किताबें आ रही हैं।

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