छह गांवों के प्रधान, सेक्रेटरी व रोजगार सेवकों पर मुकदमा

गाजीपुर : मनरेगा में ग्राम प्रधानों और ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों की मिली भगत से कितना बड़ा खेल चल

By Edited By: Publish:Tue, 21 Jun 2016 01:00 AM (IST) Updated:Tue, 21 Jun 2016 01:00 AM (IST)
छह गांवों के प्रधान, सेक्रेटरी व रोजगार सेवकों पर मुकदमा

गाजीपुर : मनरेगा में ग्राम प्रधानों और ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों की मिली भगत से कितना बड़ा खेल चलता है, इसका खुलासा सोमवार को तब हुआ जब जिलाधिकारी ने मनरेगा कार्यों की क्रास चे¨कग कराई। 27 गांवों की हुई क्रास चे¨कग में छह गांव ऐसे मिले जहां जारी मस्टररोल के सापेक्ष मौके पर नाम मात्र के मजदूर काम करते हुए पाए गए। इसमें भारी वित्तीय अनियमितता सामने आई है। इस पर जिलाधिकार संजय कुमार खत्री ने फर्जीवाड़ा करने वाली छह ग्राम पंचायतों के प्रधान, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी और रोजगार सेवकों के खिलाफ वित्तीय अनियमितता का मुकदमा दर्ज कराने का आदेश संबंधित खंड विकास अधिकारियों को दिया।

मनरेगा सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक ऐसे लोगों को रोजगार देना है जो गरीब तबके से आते हैं और उनके पास रोजगार का कोई साधन नहीं है। लेकिन ग्रामप्रधान, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी और रोजगार सेवक मिलकर इसमें काफी फर्जीवाड़ा करते हैं। मस्टररोल तो थोक के भाव में जारी करते हैं लेकिन काम पर बहुत कम मजदूरों को लगाते हैं। इसमें एक-एक ग्रामसभा द्वारा लाखों रुपये का खेल किया जाता है। जिलाधिकारी ने इसकी सत्यता जानने के लिए सोमवार की अल सुबह मनरेगा डीसी अनय मिश्र और सभी आठ खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह मौके पर जाकर मनरेगा कार्यों का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। प्रत्येक अधिकारी को तीन-तीन गांव सौंपे गए थे। जांच के दौरान सभी गांवों में जारी मस्टररोल के सापेक्ष मौके पर काम करते हुए कम मजदूर पाए गए, लेकिन छह गांवों में तो हद हो गई थी। यहां जारी मस्टरोल के सापेक्ष एक चौथाई मजदूर भी काम करते हुए नहीं मिले और कई गावों में तो इनकी संख्या शून्य पाई गई। शाम को इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी गई।

कहां कितने मिले मजदूर

- सादात ब्लाक के गौरा गांव में एक परियोजना पर 267 के सापेक्ष 39 और दूसरी परियोजना पर 300 के सापेक्ष 30 मजदूर मिले। वहीं सैदपुर के ललेहरा गांव में 200 के सापेक्ष 43 व 181 के सापेक्ष 25 मजदूर मिले। रेवतीपुर ब्लाक के अवरी गांव में 106 के सापेक्ष 39 और चित्रकोनी गांव में 300 के सापेक्ष शून्य मजदूर मिले। मुहम्मदाबाद ब्लाक के महुंवी गांव में पहली परियोजना पर 72 के सापेक्ष शून्य और दूसरी परियोजना में 72 के सापेक्ष 13 मजदूर मिले। कासिमाबाद ब्लाक के सराय गो¨वद गांव में 245 के सापेक्ष 119 मजदूर मिले।

दर्ज होगा मुकदमा

- जिलाधिकारी के निर्देश पर मनरेगा कार्यों की हुई क्रास चे¨कग में भारी अनियमितता पाई गई है। चे¨कग की रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी गई। जिलाधिकारी ने छह गांवों के प्रधानों, सेक्रेटरियों और रोजगार सेवकों पर मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है। आगे इसी तरह और गांवों में भी क्रास चे¨कग की जाएगी।

- अनय मिश्र, मनरेगा डीसी।

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