कोरोना से दो अधिकारियों की मौत,दो महीने से अस्पताल में थे भर्ती

जागरण संवाददाता गाजियाबाद शुक्रवार को जिले में तैनात दो अधिकारियों की कोरोना से मौत हो

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Jul 2021 10:40 PM (IST) Updated:Fri, 09 Jul 2021 10:40 PM (IST)
कोरोना से दो अधिकारियों की मौत,दो महीने से अस्पताल में थे भर्ती
कोरोना से दो अधिकारियों की मौत,दो महीने से अस्पताल में थे भर्ती

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: शुक्रवार को जिले में तैनात दो अधिकारियों की कोरोना से मौत हो गई है। पांच अन्य मरीजों की हालत गंभीर है। संतोष अस्पताल में भी एक गंभीर संक्रमित को आइसीयू में भर्ती कराया गया है।

जिले में तैनात 47 वर्षीय खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार भारती की अप्रैल महीने में आक्सीजन आपूर्ति में ड्यूटी लगाई गई थी। जिला अभिहित अधिकारी विनीत कुमार के अनुसार वह संक्रमित होने के बाद नरेंद्र मोहन अस्पताल में भर्ती हो गए। फेफड़ों का संक्रमण बढ़ने से वह ढाई महीने से अस्पताल में ही थे। शुक्रवार को उनका निधन हो गया। उनके दो बेटी व एक बेटा है। दूसरी ओर जीडीए में तैनात सहायक प्रोग्राम अधिकारी अतुल शर्मा का भी शुक्रवार को निधन हो गया। वह मई में संक्रमित होने के बाद गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। कोविड से उबरने के बाद उन्हें फंगस हो गया। पांच दिन पहले ही अस्पताल से वह घर आए थे। दोनों अधिकारियों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। उधर कोविड एल-2 एवं एल-3 संतोष अस्पताल में एक महीने बाद मोदीनगर क्षेत्र के एक 67 वर्षीय संक्रमित को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के प्रभारी डॉ. मिथलेश ने बताया कि यह केस डेल्टा प्लस वेरिएंट का संदिग्ध हो सकता है। सैंपल को जीनोम सिक्वेंसी के लिए भेजा जाएगा। -----

दूसरी लहर कमजोर पर सक्रिय केस बरकरार कोरोना की दूसरी लहर बेशक कमजोर हो रही है लेकिन पिछले डेढ़ माह में सक्रिय केसों की संख्या शून्य नहीं हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में कुल 31 सक्रिय केसों में से 23 का उपचार कोविड अस्पतालों में चल रहा है। पांच मरीजों का आक्सीजन स्तर अस्सी से नीचे है। आठ होम आइसोलेशन में हैं। शुक्रवार को चार नए संक्रमित मिले हैं। दो लोगों ने कोरोना को हराया है। अब तक संक्रमित होने वाले 55,570 लोगों के सापेक्ष 55,078 स्वस्थ हो चुके हैं। जुलाई में अब तक की संक्रमण दर 0.08 और कुल संक्रमण दर 4.29 फीसद है। रिकवरी रेट 99.09 फीसद है। 461 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।

-------- नेशनल हेल्थ मिशन के तहत स्टाफ की भर्ती नहीं हुई नेशनल हेल्थ मिशन के तहत जिले में लक्ष्य के सापेक्ष स्टाफ की भर्ती नहीं हो रही है। इससे स्वास्थ्य विभाग की अनेक योजनाओं का क्षेत्र में काम प्रभावित हो रहा है। चिकित्सक, नर्स, लैब टेक्नीशियन और संयोजकों के तीस फीसद पद खाली पड़े हैं। सालाना 65 करोड़ के बजट में से केवल 35 करोड़ ही खर्च हुआ है। सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता खुद मानते हैं कि भर्ती स्थानीय स्तर पर न होने की वजह से लंबित हैं। नए साल का 65 करोड़ का बजट भी विभाग को मिल गया है। कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारियों के बीच स्टाफ की कमी के बावजूद भर्ती न होना विफलता का प्रतीक है।

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चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर किया कार्य बहिष्कार शुक्रवार को जिले के सरकारी चिकित्सकों, नर्स, फार्मासिस्ट एवं बाबुओं ने प्रदेश सरकार की तबादला नीति के विरोध में काली पट्टी बांधकर कार्य बहिष्कार किया। सुबह आठ बजे से दस बजे तक ओपीडी प्रभावित रही। चिकित्सकों की मांग है कि कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग के एक भी कर्मचारी का दूसरे जनपदों में तबादला न किया जाए। इस विरोध प्रदर्शन में जिले भर के स्वास्थ्यकर्मियों ने भाग लिया। प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। डॉ. विश्राम सिंह, आरपी सिंह, आरसी गुप्ता, सीएस वर्मा, अनिल विश्वकर्मा, नरेंद्र कुमार शर्मा आदि ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। दोपहर को स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी संघ ने सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता को ज्ञापन सौंपा।

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कोरोना/ वैक्सीन मीटर

24 घंटे में नए मामले -04

कुल सक्रिय मामले- 31

24 घंटे में टीकाकरण - 19,612

अब तक कुल टीकाकरण- 11,49,065

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