दशलक्षण पर्व पूजन के दौरान हुए भजन

पूजन में बताया दशलक्षण महापर्व का महत्वपूजन में बताया दशलक्षण महापर्व का महत्वपूजन में बताया दशलक्षण महापर्व का महत्वपूजन में बताया दशलक्षण महापर्व का महत्वपूजन में बताया दशलक्षण महापर्व का महत्व

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 10:05 PM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 10:05 PM (IST)
दशलक्षण पर्व पूजन के दौरान हुए भजन
दशलक्षण पर्व पूजन के दौरान हुए भजन

जागरण संवाददाता, वसुंधरा : वसुंधरा स्थित जैन मंदिर में मंगलवार को दशलक्षण पर्व के अवसर पर भजन प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें भजन गायकों ने भजन सुनाकर माहौल को भक्तिमय कर दिया। वहीं, इससे पूर्व दशलक्षण महापर्व के महत्व को बताया गया।

पंडित पवन कुमार जैन ने हवन पूजन किया और जैन धर्म के महत्व के बारे में बताया। शांति धरा का सौभाग्य डीके जैन व मनीष जैन को प्राप्त हुआ। पंडित पवन कुमार जैन ने कहा कि दशलक्षण महापर्व का अर्थ सिर्फ भोजन और खेल नहीं बल्कि खाने और खेल का त्याग करने से है। यह भोग नहीं त्याग का पर्व है, इसलिए इसे महापर्व की उपाधि दी गई है। कार्यक्रम में आरती भी की गई जिसमें केशव ने ऐसी प्रस्तुति दी कि सभी मंत्रमुग्ध हो गए। गायन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान दर्शी व अमिशी, द्वितीय स्थान तिथि व जीनल और तृतीय स्थान मौली व मास्टर सम्यक जैन ने प्राप्त किया। इस अवसर पर अध्यक्ष नवीन कुमार जैन, महेंद्र पाल जैन, उदित कुमार जैन, मयंक जैन, शालू जैन, विपुल जैन, सुनीन कुमार जैन व कमल जैन उपस्थित रहे।

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