फर्जीवाड़े के आरोपित लिपिक के खिलाफ तहरीर

मधुबन-बापूधाम योजना में फ्लैट आवंटन के नाम पर फर्जीवाड़ा कर लाखों रुपये ऐंठने के मामले में जीडीए का कनिष्ठ लिपिक फंसता जा रहा है। जीडीए सचिव संतोष कुमार राय ने कनिष्ठ लिपिक के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में थाना सिहानी गेट में तहरीर दे दी है। इसी मामले में उसे पहले ही निलंबित किया जा चुका है। विभागीय जांच जीडीए अपर सचिव कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Feb 2019 08:31 PM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 08:31 PM (IST)
फर्जीवाड़े के आरोपित लिपिक के खिलाफ तहरीर
फर्जीवाड़े के आरोपित लिपिक के खिलाफ तहरीर

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मधुबन-बापूधाम योजना में फ्लैट आवंटन के नाम पर फर्जीवाड़ा कर लाखों रुपये ऐंठने के मामले में जीडीए का लिपिक फंसता जा रहा है। जीडीए सचिव संतोष कुमार राय ने कनिष्ठ लिपिक के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में थाना सिहानी गेट में तहरीर दी है। इसी मामले में उसे पहले ही निलंबित किया जा चुका है। विभागीय जांच जीडीए अपर सचिव कर रहे हैं।

कनिष्ठ लिपिक शोभित शर्मा पर आरोप है कि उसने मधुबन-बापूधाम योजना में एमआइजी फ्लैट आवंटित कराने के नाम पर गो¨वदपुरम निवासी ओम प्रकाश से 22 लाख रुपये ऐंठ लिए। उन्हें फर्जी आवंटन पत्र थमाया। 6.92 लाख रुपये ड्राफ्ट के जरिए लिए। बाकी धरनाशि मासिक किस्तों के रूप में लेता रहा। किसी को शक न हो, उसके लिए ओम प्रकाश को फर्जी रसीदें दीं। प्राथमिक जांच में सामने आया कि रसीदों पर बैंक का नाम और जीडीए का खाता संख्या लिखी होती थी। आवासीय योजना का नंबर और फ्लैट नंबर फर्जी होता था। साथ ही रसीद पर बैंक की जगह जीडीए की मुहर लगी होती थी। ऐसे हुआ भंडाफोड़

ओम प्रकाश 2014 से फ्लैट के लिए पैसा कनिष्ठ लिपिक को देता आ रहा था। लेकिन, अब तक फ्लैट पर कब्जा नहीं मिला। ओम प्रकाश की तरफ से पैसा वापस करने की अर्जी डाली गई तो मालूम हुआ कि उनके नाम फ्लैट का आवंटन ही नहीं है। इस मामले की शिकायत ओम प्रकाश की पत्नी ने जीडीए वीसी कंचन वर्मा से की थी। उसके बाद कनिष्ठ लिपिक को निलंबित कर दिया गया।

-------- कनिष्ठ लिपिक शोभित शर्मा के खिलाफ तहरीर दी गई है। फ्लैट आवंटन के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप उस पर लगा है। शुरुआती जांच में कई साक्ष्य मिलने पर मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।

- संतोष कुमार राय, सचिव, जीडीए

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