तेज आवाज में बात करने पर तीन बच्चों को धुना

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : लोहिया नगर स्थित एक स्कूल में लंच ब्रेक के दौरान तेज आवाज में बा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Aug 2017 03:03 AM (IST) Updated:Sat, 19 Aug 2017 03:03 AM (IST)
तेज आवाज में बात करने पर तीन बच्चों को धुना
तेज आवाज में बात करने पर तीन बच्चों को धुना

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : लोहिया नगर स्थित एक स्कूल में लंच ब्रेक के दौरान तेज आवाज में बात करने पर दो बच्चों की अध्यापकों ने जोरदार धुनाई कर दी। इनमें से एक बच्चे के रोने पर उसके दोस्त ने चुप कराया तो अध्यापकों ने उसे भी जमकर पीटा। घटना गुरुवार की है, जिसका पता चलने पर परिजन शुक्रवार को पहले स्कूल गए, लेकिन वहां प्रबंधन ने भी उनसे दु‌र्व्यवहार किया। इसके बाद दो बच्चों को लेकर उनके परिजन सिहानीगेट थाना पहुंचे और अध्यापकों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी।

सोनू, रवि और अनुराग लोहियानगर के एक स्कूल की दसवीं कक्षा के ई सेक्शन में पढ़ते हैं। सोनू की मां सुनीता का कहना है कि सोनू के एक दोस्त ने गुरुवार शाम घर आकर बताया कि इसे अध्यापकों ने बुरी तरह पीटा है। सोनू के शरीर पर डंडों के निशान बने हुए थे। सोनू के मुताबिक उसके दोस्त अनुराग और रवि लंच के समय तेज आवाज में बात कर रहे थे। इसी दौरान स्कूल के तीन अध्यापक उनकी ओर आए। आरोप है पीवीसी पाइप से जोरदार तरीके से दोनों छात्रों को तीन अध्यापकों ने पीटा। अनुराग सीट पर बैठकर रोने लगा, जिसे देखकर सोनू उसे चुप कराने लगा। आरोप है कि तीन अध्यापक उसकी ओर लपके और सोनू को स्टाफ रूम में ले जाकर पीटने लगे। सोनू की मां सुनीता का कहना है कि उसने घर आकर कुछ बताया ही नहीं। गुरुवार शाम को उसके दोस्त ने आकर सारा घटनाक्रम बताया। इसके बाद चेक किया तो सोनू के पूरे शरीर पर डंडे से पीटे जाने के निशान बने थे। सोनू और रवि के परिजन स्कूल पहुंचे। आरोप है कि अध्यापकों ने कहा कि ये छात्र तो बैग में चाकू रखते हैं। ऐसा कहकर परिजनों को स्कूल से जाने को कह दिया।

सिहानीगेट थाना प्रभारी विनोद कुमार पांडेय का कहना है कि स्कूल प्रबंधन और अध्यापकों के खिलाफ शिकायत लेकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। बच्चों का मेडिकल कराया गया है। इसकी रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

वहीं स्कूल की प्रधानाचार्य का कहना है कि बच्चे एक-दूसरे पर फर्नीचर उठा-उठाकर फेक रहे थे। इसी दौरान उन्हें चोट लगी होगी। उनके साथ किसी तरह की मारपीट नहीं की है। अध्यापकों ने उन्हे एक-दूसरे अलग कर शांत कराया था।

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