शहर में कोरोना से चौगुना कुत्तों का खौफ

जासं गाजियाबाद 38 दिन बाद सोमवार को जिला अनलाक हो गया है लेकिन आपको न केवल कोरोना बल्कि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 06:55 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 06:55 PM (IST)
शहर में कोरोना से चौगुना कुत्तों का खौफ
शहर में कोरोना से चौगुना कुत्तों का खौफ

जासं, गाजियाबाद: 38 दिन बाद सोमवार को जिला अनलाक हो गया है लेकिन आपको न केवल कोरोना बल्कि कुत्तों से भी खुद का बचाव करना है। हालात यह हैं कि शहर में कोरोना से चौगुना कुत्तों का खौफ है। जिले में कोरोना के 50 मरीज तो कुत्तों के काटने के 200 से ज्यादा केस रोजाना सामने आ रहे हैं। जिला मुख्यालय हो या शहर की किसी कालोनी की गली, सब जगह एक जैसा हाल है। शहर में कटखने वाले कुत्तों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।

कुत्तों से बचाव की जिम्मेदारी नगर निगम पर है, इसके लिए मोटा बजट भी है। एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में आवारा कुत्तों का आपरेशन किया जाता है और एंटी रैबीज वैक्सीन लगाई जाती है। इसके लिए 750 रुपये प्रति कुत्ते के हिसाब से नगर निगम द्वारा पीपुल फार एनिमल संस्था को दिए जाते हैं। लोगों का आरोप है कि कुत्तों के आपरेशन की कार्रवाई कागजी तौर पर की जाती है। शहर में कटखने वाले कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कुत्तों के काटने के रोजाना 150-170 मामले जिला अस्पताल में आ रहे हैं। इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों में भी लोग एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में संख्या 200 के पास पहुंच जाती है। परिचर्चा मैं राजनगर में रहती हूं। मेरी बच्ची काजल को घर के पास ही पांच दिन पहले कुत्ते ने काट लिया था, राजनगर में भी कुत्तों का खौफ इस कदर है कि बच्चों को अकेले घर से बाहर नहीं निकाल सकते हैं। - सीता करहैड़ा कालोनी में रहता हैं, कालोनी में कुत्तों का खौफ बहुत अधिक है। वाहनों के नीचे बैठ जाते हैं। मैं फल की क्रेट लेकर जा रहा था, पीछे से आकर कुत्ते ने काट लिया। कुत्तों के कारण पूरी कालोनी के लोग परेशान हैं। - विक्रम मैं दवा लेकर अपने घर जा रहा था, अर्थला में घर के पास ही पीछे से आकर कुत्ते ने अचानक काट लिया। पैर से खून बहने लगा। अब एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने के लिए जिला अस्पताल आया हूं। किसी एक स्थान पर नहीं बल्कि पूरे शहर में कुत्तों का खौफ है। - सूरज बयान

मई में पीएफए ने कुत्तों के आपरेशन का कार्य शुरू कर दिया है। कुत्तों को एंटी रैबीज वैक्सीन लगाई जाती है, जिससे की अगर किसी व्यक्ति को कुत्ता काटे तो उस व्यक्ति को रैबीज न हो। रैबीज होने पर बचने की संभावना न के बराबर होती है, इसलिए अगर किसी व्यक्ति को कुत्ता काट ले तो उसे एंटी रैबीज वैक्सीन जरूर लगवाना चाहिए। इसमें लापरवाही नहीं करनी चाहिए। - डॉ. अनुज कुमार, पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी।

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