लोगों की मांग, देश में समान नागरिक संहिता हो लागू

फोटो - 32 से 35 जासं गाजियाबाद जासं गाजियाबाद देश में समान नागरिक संहिता लागू होने के

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 10:40 PM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 10:40 PM (IST)
लोगों की मांग, देश में समान नागरिक संहिता हो लागू
लोगों की मांग, देश में समान नागरिक संहिता हो लागू

फोटो - 32 से 35

जासं, गाजियाबाद : जासं, गाजियाबाद : देश में समान नागरिक संहिता लागू होने के लिए जनपद के बुद्धिजीवी वर्ग ने सकारात्मक रुख अख्तियार किया है। सभी धर्मों के लोग चाहते है कि देश में समान नागरिक संहिता लागू होना बेहद जरूरी है। देश के संविधान के अनुसार सभी के लिए समान अधिकार हैं। अलग-अलग धर्मों के अलग कानून से न्यायपालिका पर बोझ बढ़ता है। समान नागरिक संहिता लागू होने से इस परेशानी से निजात मिलेगी। अदालतों में वर्षों से लंबित पड़े मामलों के फैसले जल्द होंगे। नौ जुलाई को तलाक के एक मामले में फैसला सुनाते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने देश में समान नागरिक संहिता की जरूरत पर जोर दिया था।

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समान नागरिक संहिता से समाज में भेदभाव खत्म होगा। समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए। यदि इसे अभी लागू नहीं किया गया तो समाज विभाजन की तरफ बढ़ता जाएगा। समान नागरिक संहिता मौजूदा समय की मांग है।

पादरी मानेश्वर दास, महासचिव, गाजियाबाद क्रिश्चियन लीडर्स, फेलोशिप

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समान नागरिक संहिता लागू होने पर देश एक सूत्र में बंध जाएगा। इसे लागू करने का यह सही समय है। हम समान नागरिक संहिता का स्वागत करते है। इसे लागू करने के लिए सरकार को आगे आना चाहिए।

हाजी नाजिम खान, उत्तर प्रदेश प्रभारी, मुस्लिम महासभा

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समान नागरिक संहिता को लागू करने के लिए सरकार को आगे बढ़कर काम करना चाहिए। यह देश की तरक्की के लिए बहुत जरूरी है। कुछ राजनीतिक दलों को इससे परेशानी होती है। लेकिन राष्ट्रहित में सभी को सहयोग करना चाहिए।

सरदार एसपी सिंह, उपाध्यक्ष, मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन

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समान नागरिक संहिता आज की जरूरत है। समाज के विकास के लिए बहुत अहम कदम है। हमें इसे एक राष्ट्र के रूप महसूस करना चाहिए। एक देश में दो विधान का मतलब नहीं है।

डा. राकेश राना, असिस्टेंट प्रोफेसर, समाज शास्त्र, एमएमएच कालेज

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