पुलिस ने कामगारों को छह घंटे भूखे-प्यासे बैठाए रखा, घर वापसी के लिए निकले थे पैदल

पुलिस ने कामगारों को करीब पांच-छह घंटे तक यूपी गेट पर फ्लाइओवर के नीचे बैठाए रखा। बाद में बस द्वारा उन्हें शेल्टर होम पहुंचाया गया।

By Neel RajputEdited By: Publish:Wed, 20 May 2020 03:19 PM (IST) Updated:Wed, 20 May 2020 03:19 PM (IST)
पुलिस ने कामगारों को छह घंटे भूखे-प्यासे बैठाए रखा, घर वापसी के लिए निकले थे पैदल
पुलिस ने कामगारों को छह घंटे भूखे-प्यासे बैठाए रखा, घर वापसी के लिए निकले थे पैदल

साहिबाबाद [अवनीश मिश्र]। गाजियाबाद से पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए ट्रेनों के चलने की सूचना पर मंगलवार सुबह दिल्ली, नोएडा व ट्रांस हिंडन में रहने वाले प्रवासी कामगार अपने-अपने गांव जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े। जगह-जगह पुलिस ने इन लोगों को रोक लिया और शेल्टर होम पहुंचाया। पुलिस ने कामगारों को करीब पांच-छह घंटे तक यूपी गेट पर फ्लाइओवर के नीचे बैठाए रखा। बाद में बस द्वारा उन्हें शेल्टर होम पहुंचाया गया। इस दौरान कामगार भूख और प्यास से तड़पते रहे। आसपास से आए कामगार मायूस होकर लौट गए।

मंगलवार सुबह से ही चोरी-छिपे दिल्ली व नोएडा की सीमा पार कर सैकड़ों प्रवासी कामगार परिवार समेत ट्रांस हिंडन में पैदल ही प्रवेश कर गए। पुलिस ने उन्हें जगह-जगह रोकना शुरू किया। ऐसे लोगों को वाहनों से शेल्टर होम पहुंचाया गया, लेकिन कौशांबी में डाबर तिराहा और यूपी गेट पर पुलिस की लापरवाही सामने आई। डाबर तिराहे पर पुलिस ने पैदल चलने वाले प्रवासी कामगारों को रोककर डिवाइडर पर ही बैठा दिया। चलती सड़क के बीच स्थित डिवाइडर पर कामगार जान जोखिम में डालकर बैठे रहे। बाद में उन्हें शेल्टर होम पहुंचाया गया।

राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ और आसपास की सड़कों पर पैदल पहुंचे कामगारों को पुलिस ने रोकर यूपी गेट फ्लाईओवर के नीचे बैठा दिया। यहां बिना खाना-पानी के कामगार सुबह सात से दोपहर एक बजे तक यहां बैठे रहे। तपती दोपहरी में भूख-प्यास के मारे कामगार तड़पते रहे, लेकिन पुलिस ने उन्हें कहीं आने-जाने नहीं दिया। उनके द्वारा पूछने पर पुलिस बताती रही कि बस खड़ी है, जल्द ही उन्हें भेजा जाएगा। एसएसपी का कहना है कि कामगारों के प्रति संवेदना है। उन्हें सुरक्षित शेल्टर होम व रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया गया है।

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