बिना किसी गुनाह उत्तर प्रदेश का शख्स जाना चाहता है जेल, यहां जानिए- पूरा मामला

शख्स ने अपनी मां से नशा छूटने तक जेल में रहने की इजाजत मांगी। पहले तो मां ने जेल भेजने से इनकार कर दिया।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 21 Sep 2019 06:41 PM (IST) Updated:Sat, 21 Sep 2019 06:42 PM (IST)
बिना किसी गुनाह उत्तर प्रदेश का शख्स जाना चाहता है जेल, यहां जानिए- पूरा मामला
बिना किसी गुनाह उत्तर प्रदेश का शख्स जाना चाहता है जेल, यहां जानिए- पूरा मामला

गाजियाबाद [हसीन शाह]। 'साहब मैं नशे का आदी हूं...! बचपन में दोस्तों के साथ रह कर नशे की लत लग गई। अब मैं नशा छाेड़ना चाहता हूं। साहब मुझे अभी जेल भेज दीजिए। कुछ दिन जेल में बंद रहूंगा तो नशे की लत छूट जाएगी।' एक यवुक की ये बातें शुक्रवार को जीआरपी थाना प्रभारी आश्चर्यचिकत रह गए। युवक दो घंटे तक जेल जाने के लिए अड़ा रहा। जीआरपी किसी को बिना जुर्म के जेल नहीं भेज सकती थी। युवक की मंशा को समझते हुए जीआरपी ने उसे नक्शा मुक्ति केंद्र भेज दिया।

मूलरूप से अलीगढ़ निवासी अनीस अलवी (22) परिवार के साथ अर्थला शिव मंदिर के पास किराए के मकान में रहता है। परिवार में मां, बड़ा भाई व दो बहने हैं। बड़े भाई और दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। शुक्रवार दोपहर एक बजे युवक जीआरपी थाने पहुंचा। युवक अपने साथ दो जोड़ी कपड़े, साबुन, शैंपू, टूथब्रश, पेस्ट आदि सामान साथ लाया था। थाने के कार्यालय में घुसकर युवक ने खुद को जेल भेजने की जिद करनी शुरू कर दी। वह थाने की हवालात खुलवाने लगा।

कार्यालय में बैठे सिपाही ने पूछा कि तुमने क्या अपराध किया है? युवक ने जवाब दिया कि वह नशा छोड़ने के लिए कुछ दिन के लिए जेल में बंद रहना चाहता है। वह 12 साल से सूखा नशा कर रहा है। इस पर सिपाही ने उसे भगा दिया। मगर, वह दोबारा से आकर जेल जाने की जिद करने लगा। सिपाही युवक को एसएसआइ घनश्याम सिंह के पास लेकर पहुंचा। एसएसआइ ने उसे जेल भेजने से साफ इनकार कर दिया। युवक एसएसआइ के सामने हाथ जोड़कर खड़ा हो गया। इसके बाद एसएसआइ ने युवक की मदद के लिए कई गैर सरकारी संगठनों से फोन पर बात की। बाद में युवक को कमला नेहरूनगर स्थित नशा मुक्ति केंद्र भेज दिया।

मां के लिए जेल जाना चाहता है

युवक ने बताया कि वह नशे का आदी होने के कारण ठीक से अपनी मां की देखभाल नहीं कर पाता। नशे की वजह से उसकी मां को मजदूरी करनी पड़ती है। उसने अपनी मां से नशा छूटने तक जेल में रहने की इजाजत मांगी। पहले तो मां ने जेल भेजने से इनकार कर दिया। मगर, जब युवक ने कहा कि नशा छूटने पर सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी। इस पर मां ने उसे जेल जाने की इजाजत दे दी।

वहीं, अशोक सिसौदिया (थाना प्रभारी जीआरपी) का कहना है कि अपराध किए बिना किसी को जेल नहीं भेजा जा सकता है। युवक को नशा मुक्ति केंद्र भेज दिया गया है। पुलिस युवक से संपर्क करती रहेगी। किसी भी सहायता के लिए युवक को पुलिस ने अपना नंबर दे दिया है। 

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