मतांतरण का खेलः बिना पासपोर्ट किशोरों को दिखा रहा था दुबई घुमाने के सपने, तीन एजेंसियों को छका रहा बद्दो

मतांतरण के लिए किशोरों को फ्री में दुबई घुमाने का झांसा देने वाले मकसूद शाहनवाज उर्फ बद्दो के पास अपना पासपोर्ट तक नहीं है। पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी कराने की प्रक्रिया शुरू की तो पता चला कि उसके नाम पर पासपोर्ट तक जारी नहीं हुआ।

By Ayush GangwarEdited By: Publish:Thu, 08 Jun 2023 11:38 PM (IST) Updated:Thu, 08 Jun 2023 11:38 PM (IST)
मतांतरण का खेलः बिना पासपोर्ट किशोरों को दिखा रहा था दुबई घुमाने के सपने, तीन एजेंसियों को छका रहा बद्दो
मतांतरण का खेलः बिना पासपोर्ट किशोरों को दिखा रहा था दुबई घुमाने के सपने

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। वर्चुअल मतांतरण के लिए किशोरों को फ्री में दुबई घुमाने का झांसा देने वाले मकसूद शाहनवाज उर्फ बद्दो के पास अपना पासपोर्ट तक नहीं है। उसने किशोरों को अपने साथ दुबई और मक्का घुमाने का झांसा दिया था। इसी से जाहिर होता है कि वह सोची समझी साजिश के तमाम डर व प्रलोभन देकर उन पर मतांतरण का दबाव बना रहा था।

गाजियाबाद पुलिस ने उसके विदेश भागने की आशंका में लुकआउट नोटिस जारी कराने की प्रक्रिया शुरू की तो पता चला कि उसके नाम पर पासपोर्ट तक जारी नहीं हुआ। गाजियाबाद पुलिस ने औपचारिक रूप से ईमेल भेजकर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सूचना दी है कि कहीं फर्जी पासपोर्ट बनवाकर वह विदेश न भाग जाए। इसमें उसके फोटो के साथ तमाम जानकारी भी संलग्न की गई हैं।

बद्दो पर अटकी जांच, बढ़ रहा दबाव

मस्जिद कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी तो कर ली, लेकिन बद्दो पुलिस की नींद उड़ाए हुए है। तमाम छानबीन बद्दो की गिरफ्तारी न होने के कारण अटक गई और मामले का अभी तक पर्दाफाश नहीं हो पाया है। सभी पीड़ितों से पुलिस व एटीएस कई राउंड पूछताछ कर चुकी है। इलेक्ट्रानिक साक्ष्य और इनके सत्यापन के संबंध में पीड़ितों के बयान दर्ज हो चुके हैं।

पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आने के बाद पुलिस पर बद्दो को गिरफ्तार करने का दबाव और बढ़ गया है। पहली बार पुलिस को ठोस सुराग मिला था और पूरा विश्वास था कि बद्दो को पकड़ लेंगे, लेकिन दो जून को वह पुलिस को चकमा देकर भाग गया था। तभी से उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है, जिस कारण आलाधिकारी भी परेशान हैं। अब्दुल उर्फ नन्नी से भी बद्दो का लिंक न मिल पाने के कारण पुलिस को जांच आगे बढ़ाने में मदद नहीं मिल पा रही है।

तीन एजेंसियों को छका रहा बद्दो

समृद्ध परिवार से आने वाला महज 24 साल का युवक इतना शातिर होगा, इसका पुलिस को भी अंदाजा नहीं था। गाजियाबाद पुलिस की चार सदस्यीय टीम एक जून को ही मुंबई पहुंच गई थी। गाजियाबाद के साथ मुंबई पुलिस और एटीएस भी उसे तलाश रही है, लेकिन वर्चुअल मतांतरण का खेल शुरू करने वाला बद्दो तीनों ही एजेंसियों को छका रहा है।

अभी तक गाजियाबाद और मुंबई पुलिस उसके 10 संभावित ठिकानों पर दबिश दे चुकी है, लेकिन हर बार वह पुलिस के पहुंचने से पहले ही स्थान बदल लेता है। वह तीन बार अपना नंबर भी बदल चुका है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुंबई के मीडियाकर्मियों ने बद्दो के मुंब्रा स्थित घर और मुंब्रा थाने में डेरा डाल रखा है। इसी वजह से बद्दो और भी चौकन्ना हो गया और पुलिस का काम लगातार मुश्किल हो रहा है। सूत्रों का यह भी कहना है कि बद्दो जल्द ही कोर्ट में सरेंडर कर सकता है।

डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल ने कहा कि बद्दो का पासपोर्ट नहीं है। इसीलिए एयरपोर्ट अथारिटी को ईमेल भेजकर उसकी सूचना दी है कि कहीं वह फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश न भाग जाए। मुंबई पुलिस के साथ समन्वय कर रहे हैं। उसे जल्द गिरफ्तार करेंगे। 

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