गाजियाबाद में नहीं लग रहा मन, बागपत में दिखाएंगे दम

बागपत लोकसभा क्षेत्र से जयंत चौधरी के ताल ठोंकने के बाद जिले के रालोद नेताओं ने बागपत का रुख कर लिया है। गठबंधन में सपा के खाते गाजियाबाद सीट जाने के बाद से रालोद नेताओं का वैसे भी मन गाजियाबाद में नहीं लग रहा था। ऐसे में पार्टी के कद्दावर नेता और रालोद सुप्रीमो अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी के बागपत सीट से ताल ठोंकने बाद रालोद नेताओं बागपत में चुनाव मैनेजमेंट पर ध्यान देना शुरु किया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Mar 2019 09:24 PM (IST) Updated:Mon, 25 Mar 2019 09:24 PM (IST)
गाजियाबाद में नहीं लग रहा मन, बागपत में दिखाएंगे दम
गाजियाबाद में नहीं लग रहा मन, बागपत में दिखाएंगे दम

सुयश वाजपेयी, गाजियाबाद

बागपत लोकसभा क्षेत्र से जयंत चौधरी के ताल ठोंकने के बाद जिले के रालोद नेताओं ने भी बागपत का रुख कर लिया है। गठबंधन में सपा के खाते गाजियाबाद सीट जाने के बाद से रालोद नेताओं का वैसे भी मन गाजियाबाद में नहीं लग रहा था। ऐसे में पार्टी के कद्दावर नेता और रालोद सुप्रीमो अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी के बागपत सीट से ताल ठोंकने बाद रालोद नेताओं बागपत में चुनाव मैनेजमेंट पर ध्यान देना शुरू किया है।

लोकसभा चुनाव 2019 का बिगुल फूंकने के साथ ही साथ प्रदेश में सपा, बसपा व रालोद ने गठबंधन बना लिया था। गठबंधन बनने के बाद सीटों के वितरण में गाजियाबाद सीट सपा के खाते में चली गई। इसके बाद रालोद नेताओं के मन में उठ रही चुनावी हिलोरें भी अंदरखाने शांत पड़ने लगी। इधर, पार्टी सुप्रीमो अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी के बागपत से चुनाव लड़ने की खबर आई तो पार्टी नेताओं ने उधर का रुख कर दिया। बागपत सीट से अभी तक चौधरी अजीत सिंह ही चुनाव लड़ते आ रहे थे। इस बार उन्होंने मुजफ्फरनगर से लड़ने का ऐलान किया तो बागपत से जयंत चौधरी चुनावी रण में आ गए। जयंत चौधरी के आने से जिले के रालोद नेताओं का चुनावी फोकस बागपत की ओर होता दिख रहा है। बागपत के तमाम युवा गाजियाबाद जिले में रहते हैं। वहीं जिले की मोदी नगर विधानसभा बागपत लोकसभा का ही हिस्सा है। ऐसे में जिले के रालोद नेताओं के अच्छे संपर्क बागपत में भी है।

जयंत के सामने नंबर बढ़ाने में लगे रालोद नेता

रालोद नेताओं के बागपत में फोकस करने का एक बड़ा कारण यह भी है कि इससे उन्हें जयंत चौधरी की नजरों में चढ़ने का मौका भी मिल जाएगा। चौधरी अजीत सिंह के बेटे जयंत के हाथों भविष्य में रालोद की कमान जा सकती है। बागपत सीट अजीत की परंपरागत सीट रही है, वहां से जयंत के चुनाव लड़ने से इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसे में जिले के रालोद कार्यकर्ता जयंत के सामने नंबर बढ़वाने में लगे हैं। साथ ही पार्टी में अपने भविष्य की जगह भी बनाने का जुगाड़ देख रहे हैं।

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