जीवन बहुत लंबा, परीक्षा एक छोटा सा पड़ाव है..

जागरण संवाददाता गाजियाबाद जीवन बहुत लंबा है और परीक्षा एक छोटा सा पड़ाव ये बातें देश क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 10:39 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 10:39 PM (IST)
जीवन बहुत लंबा, परीक्षा एक छोटा सा पड़ाव है..
जीवन बहुत लंबा, परीक्षा एक छोटा सा पड़ाव है..

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जीवन बहुत लंबा है और परीक्षा एक छोटा सा पड़ाव ये बातें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम सात बजे से छात्र-छात्राओं, अभिभावकों और शिक्षकों से 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में कहीं। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गाजियाबाद के आठ बच्चों का चयन हुआ था। हालांकि जिले के किसी भी बच्चे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने का मौका नहीं मिला, लेकिन सभी ने कार्यक्रम देखा। छात्र-छात्राओं का कहना है कि भले ही वह व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री से बात करने का मौका नहीं मिला। लेकिन दूसरे छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने जो सवाल किए और पीएम नरेंद्र मोदी ने जवाब दिए वह सभी बहुत ही प्रोत्साहित करने वाले और बहुत सी समस्याओं का समाधान बताने वाले थे। उन्होंने समय प्रबंधन और परीक्षा में किस तरह से प्रश्नों के जवाब दें। इसके अलावा मानसिक तनाव को किस तरह से डील करें उन्होंने बहुत ही अच्छे ढंग से बताया। चयनित छात्र-छात्राओं को हर साल की तरह प्रमाण पत्र और एक किट प्रदान की जाएगी।

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मैं न्यू पंचवटी कालोनी की रहने वाली हूं। पिता पुनीत कुमार कंसल एडवोकेट हैं। छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने काफी सारे सवाल किए जिनके मोदी जी ने काफी अच्छे से जवाब दिए। उनमें एक जवाब बहुत अच्छा लगा जिसमें उन्होंने बताया कि कठिन सवाल का पहले जवाब दें। शुरूआत में माइंड ज्यादा अच्छा और तरोताजा होता है। सरल सवाल का जवाब बाद में देने की सलाह दी।

शनाया कंसल, चौ. छबील दास पब्लिक स्कूल

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राजेंद्र नगर की रहने वाली हैं। पिता मधुर शर्मा साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। मोदी जी ने एक बात ऐसी बताई कि मैं उसे बचपन से करती थी सुनकर तो बहुत ही ज्यादा खुशी हुई। उन्होंने कहा कि किताबों को आर्डर में रखना चाहिए। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है। इसके अलावा उन्होंने लता मैम का उदाहरण दिया कि हर व्यक्ति सभी विषयों में पारंगत नहीं हो सकता। जो काफी अच्छा लगा।

- अनन्या मधुर शर्मा, डीएलएफ पब्लिक स्कूल

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मैं क्रासिग रिपब्लिक की रहने वाली 10वीं की छात्रा हूं। मोदी जी प्रधानमंत्री हैं देश के, लेकिन उन्होंने एक दोस्त की तरह बात की ये हमारे लिए बहुत ही बड़ी बात हैं। उन्होंने समय प्रबंधन और परीक्षा को लेकर सुझाव दिए जो काफी अच्छे थे। इसके अलावा उन्होंने हमें एक ओपन बुक की तरह से पढ़कर जो चीजें हमारे दिमाग में होती हैं, लेकिन हमें उनके बारे में खुद नहीं पता होता। उन्होंने हमारी उन बातों को भी समझते हुए हमें प्रेरित किया।

- दक्षिता राय, इंदिरापुरम पब्लिक स्कूल क्रासिग रिपब्लिक

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मैं निवाड़ी का रहने वाला कक्षा 12वीं का छात्र हूं। पिता का नाम देवराज त्यागी है जो व्यवसायी हैं। मेरा प्रधानमंत्री मोदी जी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चयन हुआ था। बात करने का मौका तो नहीं मिला, लेकिन उन्होंने दूसरे बच्चों के सवालों के जवाब दिए जिसे सुनकर काफी मार्गदर्शन हुआ है। उनके विचारों ने काफी हद तक तनावमुक्त बनाया है।

-वेदांश त्यागी, शिक्षा इंटरनेशनल स्कूल

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मैं चिरंजीव विहार में रहने वाला 10वीं का छात्र हूं। पिता राजीव त्यागी व्यवसायी हैं। कार्यक्रम में एक सवाल था कुछ बच्चों को कुछ चेप्टर बहुत ही कठिन लगते हैं। इस सवाल का जवाब मोदी जी ने काफी अच्छा दिया जो सभी के लिए उपयोगी है। उन्होंने कहा कि किसी भी विषय जो कठिन लगे उससे भागना नहीं चहिए। जो चीजें पहले कठिन लगती हैं वह बाद में सरल लगने लगती हैं।

- तनिष्क त्यागी, सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल

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मैं कौशांबी की रहने वाली 10वीं की छात्रा हूं। पिता नितेश बैंक में कार्यरत हैं। मोदी जी ने परीक्षा में समय प्रबंधन और कठिन सवालों को पहले करने की बात कहीं जो काफी अच्छी लगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान कैसे स्वयं को हैंडल करें जो परीक्षा समय में काफी अच्छा महसूस कराएगा।

- आकृति चौरसिया, सन वेली इंटरनेशनल स्कूल

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मैं राजेंद्र नगर में रहने वाला कक्षा 12वीं का छात्र हूं। पिता का नाम विपिन कुमार है जो निजी कंपनी में काम करते हैं। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आनलाइन फार्म भरा था। जिसमें पूछे गए सवाल का 750 शब्द में जवाब दिया था। पूरे देश से बच्चे बहुत ज्यादा था तो बात करने का तो मौका नहीं मिला, लेकिन हमारा नाम देश के 1500 बच्चों में शामिल हुआ और प्रधानमंत्री जी को टीवी पर सुनने को मिला काफी अच्छा लगा।

-आर्यन झा, विद्या भारती स्कूल

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