बोर्ड से हटाया, शिप्रा सनसिटी एओए को भेजा लीगल नोटिस

इंदिरापुरम की शिप्रा सनसिटी सोसायटी फेज-एक अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन से हटाया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Jun 2020 09:22 PM (IST) Updated:Fri, 26 Jun 2020 09:22 PM (IST)
बोर्ड से हटाया, शिप्रा सनसिटी एओए को भेजा लीगल नोटिस
बोर्ड से हटाया, शिप्रा सनसिटी एओए को भेजा लीगल नोटिस

जागरण संवादाता, साहिबाबाद : इंदिरापुरम की शिप्रा सनसिटी सोसायटी फेज-एक अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन (एओए) की बोर्ड बैठक में विदा चावरे और आलोक कुमार की बोर्ड की सदस्यता खत्म करने के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है। हटाए गए बोर्ड सदस्य विदा चावरे और आलोक कुमार ने एओए को लीगल नोटिस भेजा है। नोटिस में उन्हें बोर्ड सदस्य से हटाने को नियमों के खिलाफ बताया गया है। साथ ही हटाने का कारण भी पूछा गया है।

एडवोकेट सागिर अली ने बोर्ड के सदस्य रहे विदा चावरे और आलोक कुमार की ओर से शिप्रा सनसिटी फेज-एक एओए को लीगल नोटिस भेजा है। नोटिस में पूछा गया है कि बिना जनरल बॉडी मीटिग (जीबीएम) के ऑडिटर कैसे नियुक्त किया गया? बिना जीबीएम के एक तिहाई सदस्यों को रिटायर करने की वोटिग कैसे की गई? बोर्ड मीटिग बुलाने के लिए 72 घंटे का समय दिया जाता है। बिना समय दिए कैसे बोर्ड मीटिग की गई? बोर्ड मीटिग में क्या क्या हुआ (मिनट्स ऑफ मीटिग) की जानकारी क्यों नहीं दी जा रही है, जबकि मिनट्स ऑफ मीटिग का रजिस्टर बनाया जाता है। विदा चावरे और आलोक कुमार के अनुसार उन्हें गलत तरीके से बोर्ड से हटाया गया है। जब उन्हें हटाया गया तब भी उन्होंने विरोध किया था। साथ ही उन बोर्ड सदस्यों को रिटायर करने की मांग की थी, जिन्हें सबसे कम वोट मिलते हैं। आरोप है कि एओए पदाधिकारियों ने उनकी मांग को अनदेखा कर दिया। उधर वर्तमान अध्यक्ष शरद खंडेलवाल ने खुद ही आगामी चुनाव से अलग रहने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि कुछ निजी कारणों के अलावा बढ़ते विवाद को देखते हुए वह एओए से अलग हो सकते हैं।

उधर एओए फेज एक एओए के अध्यक्ष शरद खंडेलवाल ने बताया कि नोटिस में जो भी जवाब मांगे गए हैं। उसका लीगल जवाब दिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही सभी सदस्यों के साथ बैठक की जाएगी। बोर्ड बैठक में बहुमत के आधार पर विदा चावरे और आलोक कुमार के रिटायर करने का निर्णय लिया गया है।

क्या है मामला: बता दें कि 30 जून 2019 को शिप्रा सनसिटी फेज -एक के एओए का चुनाव हुआ था। अब दोबारा चुनाव होना है। चुनाव से पहले एओए बोर्ड के कुल सदस्यों में से एक तिहाई सदस्य को रिटायर करना होता है। बीती 21 जून को बोर्ड बैठक कर एओए के पदाधिकारियों ने सदस्य विदा चावरे और आलोक कुमार को रिटायर करने का निर्णय लिया। इसका लोगों ने भी विरोध किया था।

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