फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनाने वालों पर लगा गैंगस्टर

शाहजहांपुर के पते पर फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनाने वालों के खिलाफ पुलिस ने गैंग्स्टर की कार्रवाई की है। 13 अगस्त को मामले का पर्दाफाश कर कविनगर थाना पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था। तब से फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाने वाले कई लोगों को पुलिस दबोच चुकी है जबकि दो मुख्य आरोपित अभी भी फरार हैं जो शाहजहांपुर में असलाह अनुभाग में संविदाकर्मी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 07:57 PM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 07:57 PM (IST)
फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनाने वालों पर लगा गैंगस्टर
फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनाने वालों पर लगा गैंगस्टर

जासं, गाजियाबाद : शाहजहांपुर के पते पर फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनाने वालों के खिलाफ पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की है। 13 अगस्त को मामले का पर्दाफाश कर कविनगर थाना पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था। तब से फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाने वाले कई लोगों को पुलिस दबोच चुकी है, जबकि दो मुख्य आरोपित अभी भी फरार हैं, जो शाहजहांपुर में असलहा अनुभाग में संविदाकर्मी हैं।

जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय व एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने संयुक्त प्रेसवार्ता कर इस मामले की जानकारी दी थी। एसएचओ कविनगर अनिल कुमार शाही ने बताया कि विजयनगर निवासी फुरकान, संजय गर्ग व विनोद, शाहजहांपुर के खुटार निवासी हरिशंकर अवस्थी और पुवाया निवासी सदानंद शर्मा को गिरफ्तार किया गया था। इस गिरोह का मास्टरमाइंड शाहजहांपुर में दुर्गा गन हाउस चलाने वाला हरिशंकर अवस्थी था। पांचों आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और उनका प्रयोग करने की धारा में मुकदमा दर्ज हैं। जेल में बंद पांचों आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर की धारा में कार्रवाई की गई है। एसएचओ ने बताया कि अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि छह ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है।

कारोबारी से बरामद की पिस्टल

एसएचओ ने बताया कि फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाने वाले घूकना निवासी कारोबारी गजेंद्र सिंह को पुलिस ने शुक्रवार को रिमांड पर लिया था। आरोपित की निशानदेही पर लाइसेंस और पिस्टल बरामद की गई है। पुलिस के मुताबिक इलेक्ट्रिक एप्लाइंसेज का शोरूम चलाने वाले गजेंद्र ने एक साल पूर्व ढाई लाख रुपये में लाइसेंस बनवाया था। आरोपित ने खुद से ही लाइसेंस की अवधि तीन माह बढ़ा दी थी।

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