सीबीआइ अदालत में पेश हुए पूर्व मंत्री व पूर्व प्रमुख सचिव

सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश अमित वीर ¨सह की अदालत में शुक्रवार को एनआरएचएम घोटाले में कई मामलों में सुनवाई हुई। इस दौरान पूर्व मंत्री बाबू ¨सह कुशवाहा, पूर्व प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला, अभय कुमार वाजपेयी, पीके जैन व अन्य आरोपित अदालत में पेश हुए। सभी मामलों सुनवाई को अगली तारीख सात सितंबर नियत गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 Sep 2018 07:58 PM (IST) Updated:Fri, 07 Sep 2018 07:58 PM (IST)
सीबीआइ अदालत में पेश हुए पूर्व मंत्री व पूर्व प्रमुख सचिव
सीबीआइ अदालत में पेश हुए पूर्व मंत्री व पूर्व प्रमुख सचिव

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश अमित वीर ¨सह की अदालत में शुक्रवार को एनआरएचएम घोटाले में कई मामलों में सुनवाई हुई। इस दौरान पूर्व मंत्री बाबू ¨सह कुशवाहा, पूर्व प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला, अभय कुमार वाजपेयी, पीके जैन व अन्य आरोपित अदालत में पेश हुए। सभी मामलों सुनवाई को अगली तारीख सात सितंबर नियत गई है।

लोक अभियोजक ने बताया कि पहला मामला वर्ष 2009-10 में अस्पतालों में इंफार्मेशन सिस्टम लगाने के नाम पर 2.5 करोड़ के घोटाले का है। यह केस सीबीआइ बनाम दयाशंकर चल रहा है। मामले में यूपी के पूर्व प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला, डा. आरके बलानी, डा. संकेत वर्मा, डा. चंद्रभान प्रसाद, डा. राजेंद्र प्रसाद, डा. आरएन रावत, दयाशंकर समेत नौ आरोपित हैं। डिस्चार्ज आवेदन को सुनने के बाद अदालत ने सुनवाई को चार अक्टूबर की तारीख नियत की। दूसरा मामला वर्ष 2009-10 में सरकारी अस्पतालों के उच्चीकरण व मेडिसिन किट और दवा की खरीद में घोटाले का है। यह केस सीबीआइ बनाम पीके जैन व अन्य चल रहा है। मामले में पूर्व मंत्री बाबू ¨सह कुशवाहा सह-आरोपित है। इस मामले में बालकिशन की गवाही हुई। अगली तारीख तीन अक्टूबर नियत की गई है। तीसरा मामला वर्ष 2009 में यूपी के 133 सरकारी अस्पतालों में आरओ लगाने का टेंडर अलॉट करने में करीब छह करोड़ के घोटाले का है। आरोप है कि पूर्व मंत्री और पूर्व प्रमुख सचिव ने लोक सेवक के पद पर रहने के दौरान प्रभाव का दुरुपयोग कर घोटाले को अंजाम दिया। सीबीआइ ने इन दोनों के अलावा शिवशंकर, प्रदीप कुमार समेत पांच को आरोपित किया है। इसमें अगली तारीख चार अक्टूबर नियत की गई है। वहीं चौथा मामला एनआरएचएम योजना के तहत दवा खरीद में वर्ष 2009-10 में करीब 22 करोड़ रुपये के घोटाले का है। आरोप है कि प्रदीप कुमार शुक्ला रिटायर्ड (प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) व पूर्व मंत्री बाबू ¨सह कुशवाहा ने लोक सेवक के पद पर रहने के दौरान अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर मेडिकल किट की खरीद में करीब 22 करोड़ का घोटाला किया। यह मामला सीबीआइ बनाम अभय कुमार वाजपेयी चल रहा है। इसमें भी चार अक्टूबर की तारीख नियत की गई है।

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