पेश हुए पूर्व प्रमुख सचिव, नहीं आए पूर्व मंत्री

एनआरएचएम घोटाले के कई मामलों में बृहस्पतिहवार को विशेष अदालत में सुनवाई हुई। इस दौरान पूर्व मंत्री बाबू ¨सह कुशवाहा पेश नहीं हुए। उन्होंने हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र पेश किया। वहीं पूर्व प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला, अभय कुमार वाजपेयी, दयाशंकर पेश हुए। सभी मामलों सुनवाई के बाद अलग-अलग तारीख नियत की गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Oct 2018 09:01 PM (IST) Updated:Thu, 04 Oct 2018 09:01 PM (IST)
पेश हुए पूर्व प्रमुख सचिव, नहीं आए पूर्व मंत्री
पेश हुए पूर्व प्रमुख सचिव, नहीं आए पूर्व मंत्री

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : एनआरएचएम घोटाले के कई मामलों में बृहस्पतिवार को विशेष अदालत में सुनवाई हुई। इस दौरान पूर्व मंत्री बाबू ¨सह कुशवाहा पेश नहीं हुए। उन्होंने हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र पेश किया। वहीं पूर्व प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला, अभय कुमार वाजपेयी, दयाशंकर पेश हुए। सभी मामलों सुनवाई के बाद अलग-अलग तारीख नियत की गई।

लोक अभियोजक ने बताया कि पहला मामला वर्ष 2009-10 में अस्पतालों में इंफार्मेशन सिस्टम लगाने के नाम पर 2.5 करोड़ के घोटाले का है। यह केस सीबीआइ बनाम दयाशंकर चल रहा है। मामले में यूपी के पूर्व प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला, डा. आरके बलानी समेत नौ आरोपित हैं। इस मामले में अदालत ने दोनों पक्षों के तर्क सुने। दूसरा मामला वर्ष 2009 में यूपी के 133 सरकारी अस्पतालों में आरओ लगाने का टेंडर अलॉट करने में करीब छह करोड़ के घोटाले का है। आरोप है कि पूर्व मंत्री और पूर्व प्रमुख सचिव ने लोक सेवक के पद पर रहने के दौरान प्रभाव का दुरुपयोग कर घोटाले को अंजाम दिया। इसमें इन दोनों के अलावा शिवशंकर, प्रदीप कुमार समेत पांच आरोपित हैं। तीसरा मामला एनआरएचएम योजना के तहत दवा खरीद में वर्ष 2009-10 में करीब 22 करोड़ रुपये के घोटाले का है। आरोप है कि पूर्व प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला व पूर्व मंत्री बाबू ¨सह कुशवाहा ने लोक सेवक के पद पर रहने के दौरान प्रभाव का दुरुपयोग कर मेडिकल किट की खरीद में करीब 22 करोड़ का घोटाला किया। यह मामला सीबीआइ बनाम अभय कुमार वाजपेयी चल रहा है। इसके अलावा सीबीआइ बनाम डा. एसपी राम व सीबीआइ बनाम गोपाल जी कुमारिया मामले में भी सुनवाई। गोपाल जी कुमारिया के पेश न होने के चलते उसके खिलाफ फिर से समन जारी करने के आदेश दिए।

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