साढ़े चार माह बाद तीन के खिलाफ हुआ दोस्त की हत्या का मुकदमा

बदायूं के तीन लड़कों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर विजयनगर थाने में दोस्त की हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। उसका शव 21 नवंबर की शाम को विजयनगर क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर मिला था। मर्चेंट नेवी में तैनात रहे मृतक के भाई के मुताबिक पीएम रिपोर्ट में सिर्फ सिर में चोट दिखाई गई है। इस कारण उन्होंने स्थानीय पुलिस से गुहार लगाई थी। सुनवाई न होने पर उन्होंने कोर्ट की शरण ली।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Apr 2019 07:18 PM (IST) Updated:Sun, 07 Apr 2019 07:18 PM (IST)
साढ़े चार माह बाद तीन के खिलाफ हुआ दोस्त की हत्या का मुकदमा
साढ़े चार माह बाद तीन के खिलाफ हुआ दोस्त की हत्या का मुकदमा

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : बदायूं के तीन लड़कों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर विजयनगर थाने में दोस्त की हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। उसका शव 21 नवंबर की शाम को विजयनगर क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर मिला था। मर्चेंट नेवी में तैनात रहे मृतक के भाई के मुताबिक पीएम रिपोर्ट में सिर्फ सिर में चोट दिखाई गई है। इस कारण उन्होंने स्थानीय पुलिस से गुहार लगाई थी। सुनवाई न होने पर उन्होंने कोर्ट की शरण ली।

बदायूं के सिविल लाइन थानाक्षेत्र में बदरपुर गांव के रहने वाले दिलीप कुमार ने बताया कि उनका छोटा भाई मचकेंद्र पटेल उर्फ पवन (25) विजयनगर की एक निजी कंपनी में काम करता था। पवन अपने गांव के ही प्रिस कुमार और पड़ोसी गांव के दो सगे भाई अखिल व अतुल के साथ एक फ्लैट में रहता था। पवन नवंबर-2018 में दिवाली पर घर आया था। इस दौरान उसने बताया कि अखिल के साथ किराये के पैसों को लेकर झगड़ा हो गया है। इस कारण वह तीनों से अलग हो गया है। 13 नवंबर को वह गाजियाबाद लौटा और 18 नवंबर तक परिजनों से उसकी बातचीत हुई। इसी दौरान पता चला कि वह तीनों के साथ रहने लगा था और दुबारा हुए झगड़े में तीनों ने उसे पीटा था। पुलिस ने झाड़ लिया पल्ला

18 नवंबर के बाद जब भी कॉल की जाती तो उसका मोबाइल अन्य लोग उठाते और खाना खाने व नहाने का बहाना बनाते रहते। 22 नवंबर को गाजियाबाद पुलिस ने दिलीप को फोन कर बताया कि उनके भाई की ट्रेन एक्सिडेंट में मौत हो गई है। दिलीप ने प्रिस को कॉल कर पवन के बारे में पूछा। उसने बताया कि वह 22 नवंबर की सुबह ही गांव लौटा है और 21 नवंबर को पवन की गाजियाबाद में मौत हो गई। दिलीप ने उसे साथ चलने को कहा तो उसने फोन काटकर स्विच ऑफ कर लिया। दिलीप के मुताबिक पीएम रिपोर्ट में पवन के सिर्फ सिर में चोट आई, जबकि ट्रेन एक्सिडेंट में शरीर के अधिकांश हिस्सों में चोट आती है। स्थानीय पुलिस को तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने मामला आत्महत्या का बताकर पल्ला झाड़ लिया।

भाई को इंसाफ दिलाने के लिए छोड़ी नौकरी

मर्चेंट नेवी में आयलर के रूप में आस्ट्रेलिया में तैनात थे। नवंबर में सांप के काटने से पत्नी रानी की मौत के कारण के कारण वह दो माह की छुट्टी पर आए थे। मगर पत्नी की मौत के 15 दिन बाद ही भाई की भी हत्या कर दी गई। दीपक का कहना है कि पुलिस का रवैया देखकर उन्होंने अपनी कंपनी से किया करार तोड़ दिया। तभी से वह भाई को इंसाफ दिलाने की मुहिम में जुटे हुए हैं। एसएचओ विजयनगर श्यामवीर सिंह ने बताया कि प्रिस कुमार, अखिल व अतुल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साक्ष्यों के आधार पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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