भांजे ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर मामा व ममेरी बहन को मार डाला

जागरण संवाददाता गाजियाबाद (साहिबाबाद) साहिबाबाद थाना क्षेत्र के शहीद नगर में बृहस्पतिवार र

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Jul 2020 06:53 PM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 11:01 PM (IST)
भांजे ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर मामा व ममेरी बहन को मार डाला
भांजे ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर मामा व ममेरी बहन को मार डाला

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद (साहिबाबाद): साहिबाबाद थाना क्षेत्र के शहीद नगर में बृहस्पतिवार रात घर के अंदर सो रहे पिता-पुत्री की भांजे ने (मृतक का) ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। आरोपित को पुलिस ने आला कत्ल चाकू के साथ गिरफ्तार कर लिया। मृतक की पत्नी से आरोपित की नजदीकियां थीं। इसके विरोध में दोनों हत्याएं हुईं। मूलरूप से ग्राम जलालपुर थाना नरसेना जिला बुलंदशहर के रहने वाले अब्दुल्ला 38 वर्ष यहां शहीद नगर में पत्नी रुखसाना, बेटे सादिम और तीन बेटियों हाफजा, तहरीम, जजा के साथ किराये के मकान में रहते थे। दो मंजिला मकान के निचले हिस्से में वह किराना स्टोर चलाते थे। ऊपर परिवार के साथ रहते थे। चार दिन पहले उनकी पत्नी दो बेटियों और बेटे को लेकर पलवाड़ा, गढ़ मुक्तेश्वर हापुड़ स्थित अपने मायके चली गई। यहां अब्दुल्ला व 10 वर्षीय बेटी हाफजा रह रही थी। बताया गया कि शुक्रवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे तक उनकी दुकान नहीं खुली, तो पड़ोस में रहने वाले उनके दूर के रिश्तेदार परवेज ने दरवाजा खटखटाया और आवाज लगाई। कोई जबाव नहीं मिला। दरवाजा अंदर से बंद था। इस पर परवेज पड़ोस के मकान से उनकी छत पर पहुंचे। छत पर बने कमरे का दरवाजा खुला था। अंदर खून से लथपथ अब्दुल्ला व हाफजा का शव पड़ा था। परवेज ने शोर मचाया और पुलिस को सूचना दी। आरोपित को दबोचा: पुलिस महानिरीक्षक मेरठ रेंज प्रवीण कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। दोनों के सिर, गला, पेट, हाथ सहित अन्य अंगों पर गहरे निशान थे। मामले के राजफाश के लिए पुलिस की चार टीम बनाई गई। सर्विलांस, पूछताछ व अन्य जांच में अब्दुल्ला के भांजे सफीर पर शक हुआ। पुलिस ने सफीर को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने हत्या करने की बात कबूल की। उसने बताया कि अब्दुल्ला की पत्नी से उसकी नजदीकियां थीं। लॉकडाउन के दौरान सफीर व मृतक की पत्नी बुलंदशहर में रहे, तब भी दोनों संपर्क में रहे। दोनों रात में दो-दो घंटे मोबाइल पर बात करते थे। इस पर अब्दुल्ला आपत्ति जताता था। चार दिन पहले अब्दुल्ला ने गुस्से में पत्नी को मायके भेज दिया था। इससे नाराज होकर सफीर ने अब्दुल्ला की हत्या कर दी। अब्दुल्ला की हत्या के दौरान उनकी बेटी हाफजा जाग गई। पहचान उजागर होने के डर से उसने बेटी हाफजा को भी मार डाला। पिता-पुत्री की हत्या के आरोपित सफीर को गिरफ्तार कर लिया गया है। मृतक की पत्नी से उसकी नजदीकियां थीं। इसके विरोध में आरोपित ने हत्याएं की हैं। मृतक के पिता अब्दुल हाजी की शिकायत पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

- कलानिधि नैथानी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गाजियाबाद।

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