स्वच्छता के यज्ञ में आहुति देने पहुंचे 20 हजार लोग

स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सोमवार को नगर निगम ने विशेष स्वच्छता रैली का आयोजन किया। मुख्य अतिथि नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने कविनगर रामलीला मैदान में रैली में शामिल लोगों के लिए पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का कथन दोहराया। जिसमें गांधी जी ने स्वच्छता को आजादी से ज्यादा महत्वपूर्ण बताया था। नगर विकास मंत्री ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि देश की आजादी के सात दशक बाद भी लोग राष्ट्रपिता की बातों को आत्मसात नहीं कर पाए हैं। सिविक सेंस लोगों में नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 07:44 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 07:44 PM (IST)
स्वच्छता के यज्ञ में आहुति देने पहुंचे 20 हजार लोग
स्वच्छता के यज्ञ में आहुति देने पहुंचे 20 हजार लोग

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सोमवार को नगर निगम ने विशेष स्वच्छता रैली का आयोजन किया। मुख्य अतिथि नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने कविनगर रामलीला मैदान में रैली में शामिल लोगों के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का वह कथन दोहराया, जिसमें गांधी जी ने स्वच्छता को आजादी से ज्यादा महत्वपूर्ण बताया था। नगर विकास मंत्री ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि देश की आजादी के सात दशक बाद भी लोग राष्ट्रपिता की बातों को आत्मसात नहीं कर पाए हैं। सिविक सेंस लोगों में नहीं है। अधिकारों के वे भली भांति जानते हैं, लेकिन कर्तव्यों के प्रति जरा भी सजग नहीं हैं। दुनिया के जिन मुल्कों ने तरक्की की है, वहां की जनता अपने कर्तव्यों को निष्ठा के साथ निभाती है। अपने देश को स्वच्छ रखने के लिए वहां के वासी खुद सफाई करते हैं। कूड़ा खुले में नहीं फेंकते। इस भावना को शहर के लोगों में जागृत करने के लिए रैली का आयोजन करना पड़ा है। लोगों के सहयोग से ही चार जनवरी से शुरू हो रहे स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को देश में 36वें से पहले पायदान पर पहुंचाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि लोग अपने घरों की सफाई तो कर लेते हैं। उस कूड़े को बाहर फेंक कर अपनी गली, मुहल्ले और शहर को गंदा कर देते हैं। घर के बाहर सफाई करने में लोग झिझकते हैं। उन्हें शर्म महसूस होती है। इसी झिझक और शर्म को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत सभी मंत्रियों ने झाड़ू उठाई। उन्होंने कहा झाड़ू लगाना मंत्रियों का काम नहीं है, लेकिन जनता को जगाने के लिए नजीर बनना पड़ता है। लोग अपने घरों की तरह गली, मुहल्ले को साफ रखेंगे तो शहर अपने आप स्वच्छ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का जनआंदोलन रैली तक ही सीमित नहीं रहेगा। लोगों को बार-बार सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए कई कड़ियों में गतिविधियों का आयोजन कराते रहेंगे।

विशिष्ट अतिथि केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एवं सांसद वीके ¨सह ने कहा शहर में कई इलाके बहुत साफ हैं। कुछ ऐसे भी हैं जहां सफाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग ट्वीट करते है। ट्वीट करने से शहर स्वच्छ नहीं होता। लोगों द्वारा एकजुट होकर सफाई करने से स्वच्छता होती है। इस मौके पर लोगों और स्कूल के बच्चों को शपथ दिलाई गई। स्वच्छता मामले में यूपी को सम्मानित कराने को गाजियाबाद से शुरुआत करने का संकल्प लिया गया। राज्यसभा सदस्य अनिल अग्रवाल, साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा, मुरादनगर विधायक अजीतपात त्यागी, मेयर आशा शर्मा और खोड़ा नागर पालिका अध्यक्ष रीना भाटी ने लोगों से शहर को स्वच्छ रखने का आह्वान किया। इस रैली में डीएम रितु माहेश्वरी, जीडीए वीसी कंचन वर्मा, नगर आयुक्त समेत कई अधिकारियों ने शिरकत की। 120 स्कूलों के बच्चों सहित शहर के लोगों ने लिया भाग

रैली के रूप में आयोजित हुए स्वच्छता यज्ञ में 120 स्कूलों के बच्चे और शहर के लोगों ने आहुति दी। 20 हजार लोगों ने सात किलोमीटर पैदल चलकर शहर को साफ रखने के लिए जागरूक किया। एनसीसी कैडेट्स ने कदमताल कर रैली की अगुवाई की। कई स्कूलों के बैगपाइपर बैंड की धुन ने शामिल बच्चों का उत्साह दोगुना कर दिया। कुछ देर नगर विकास मंत्री, केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री, मेयर रैली में पैदल चले। फिर खुली जीप में सवार होकर रैली का हिस्सा बने। बीच-बीच में स्कूल के बच्चों ने हाथों में सफाई के महत्व को बयां करते पोस्टर, बैनर और तख्तियां ले रखी थीं। चित्रकारी के माध्यम से भी कुछ बच्चियों ने लोगों को साफ-सफाई के प्रति जगाने का प्रयास किया। कविनगर रामलीला मैदान से शुरू हुई यह रैली शास्त्रीनगर सेनेटरी पुलिया होते हुए हापुड़ रोड पहुंची। वहां से हापुड़ चुंगी होते हुए वापस कविनगर रामलीला मैदान में सम्पन्न हुई।

छह किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाकर दिया स्वच्छता का संदेश

कुछ बच्चे ऐसे भी थे जो रैली का हिस्सा नहीं बने। उन्होंने मानव श्रृंखला बनाकर जन-जन तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाया। लोगों से पॉलीथिन का उपयोग न करने की अपील की। मेरठ तिराहे से ठाकुरद्वारा, हापुड़ रोड होते हुए कविनगर के रास्ते शास्त्रीनगर तक स्कूल के बच्चों ने श्रृंखला बनाई। करीब पांच हजार बच्चे श्रृंखलाबद्ध हुए। हाथ में स्वच्छता के लिए प्रेरित करते स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर खड़े बच्चों ने संकल्प लिया कि वह अपने परिवार और आसपास के लोगों को जागरूक करते रहेंगे।

नदियों को साफ करने का बनाया यंत्र

कविनगर रामलीला मैदान में प्रदर्शनी भी लगाई गई। जिसमें स्कूलों ने कचरे और कबाड़ से बनी चीजों से घर को सजाने का आइडिया लोगों को दिया। डीपीएस वसुंधरा के बच्चों ने एक यंत्र प्रदर्शित किया। उनका दावा है कि यह यंत्र वर्किंग है। इससे नदी के ऊपर के बहते कचरे को हटाया जा सकता है। स्मार्ट डस्टबिन भी इन लोगों ने प्रदर्शित किया। इसके अलावा विभिन्न स्कूलों ने ई-वेस्ट को सजाकर लोगों को घर सजाने का नया आइडिया दिया। अखबारों की रद्दी से मेज और कुर्सी बनाई। प्लास्टिक बोतलों को फेंकने के बजाए काट कर उनमें पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया। कई एनजीओ ने कूड़े से खाद बनाने के बारे में लोगों को बताया। यहां हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। लोगों ने शहर को हरा-भरा बनाने, पॉलीथिन का उपयोग न करने और शहर को स्वच्छ रखने के लिए बैनर पर हस्ताक्षर किया। स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

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