जेल से छूटकर आए इनामी बदमाश को गोलियों से भूना, मौत
ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र की सुधीर इंक्लेव कालोनी स्थित डायमंड चौक के पास बुधवार रात बदमाशों ने जेल से छूटकर आए एक बदमाश को गोलियों से भून दिया। परिजन उसे गंभीर हालत में दिल्ली के जीटीबी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
संवाद सहयोगी, लोनी (साहिबाबाद): ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र की सुधीर इंक्लेव कालोनी स्थित डायमंड चौक के पास बुधवार रात बदमाशों ने जेल से छूटकर आए एक बदमाश को गोलियों से भून दिया। परिजन उसे गंभीर हालत में दिल्ली के जीटीबी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
मूल रूप से अपर कोट जिला बुलंदशहर का रहने वाला अब्दुल कदीर उर्फ मुल्ला कासिम ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र की सुधीर एंक्लेव कालोनी में पत्नी, साली और तीन वर्षीय बेटी के साथ रहता था। उसने ढाई माह पूर्व ही कॉलोनी में मकान किराये पर लिया था। इससे पूर्व वह बेहटा हाजीपुर गांव में रहता था। बुधवार रात करीब सवा 11 बजे वह मोटरसाइकिल से घर जा रहा था। तभी डायमंड चौक के पास बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ फाय¨रग कर दी। गोली उसके सिर, सीने और शरीर के अन्य हिस्सों में लगी। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। रास्ते से गुजर रहे एक युवक ने उसे मोटरसाइकिल के पास गंभीर हालत में देखकर पुलिस और आसपास के लोगों को सूचना दी। शोर सुनकर परिजन भी मौके पर पहुंचे और उसे दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है। ट्रॉनिका सिटी थाना प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार ¨सह ने बताया कि मृतक के खिलाफ दिल्ली के भजनपुरा, सीलमपुर, दिलशाद गार्डन, ओखला औद्योगिक क्षेत्र, न्यू उस्तानपुर, समेत कई अन्य थानों में हत्या, लूट और डकैती के 14 मुकदमे दर्ज थे। वह बुलंदशहर के एक थाने से पचास हजार का इनामी था। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद उसे ओखला औद्योगिक क्षेत्र में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। ढाई माह पूर्व वह जेल से छूटकर आया था। परिजनों ने पुलिस को तहरीर दी है। रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
फाय¨रग को समझा पटाखों की आवाज, नहीं खोला दरवाजा
डायमंड चौक के पास बदमाशों ने चार-पांच राउंड फाय¨रग की। चौक के पास स्थित मकानों के दरवाजे बंद थे। लोगों ने गोलियों की आवाज को पटाखा समझकर दरवाजा नहीं खोला। इसके कारण बदमाशों की संख्या का पता नहीं चला। फिलहाल यह भी जानकारी नहीं लग सकी है कि मुल्ला कासिम की हत्या करने आए बदमाश किस वाहन पर थे।