एफआइआर के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा
एनएच नौ पर कैंडल मार्च निकालने के दौरान लगे जाम के बाद 150 लोगों पर एफआइआर दर्ज किए जाने के बाद लोगों ने रोष जताया है। बुधवार को ट्रांस ¨हडन समेत गाजियाबाद के सैकड़ों लोगों ने खबर की क¨टग को ट्वीट किया और एफआइआर वापस लेने की मांग की। साथ ही पुलिस को राष्ट्रविरोधी बताया।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद:
एनएच नौ पर कैंडल मार्च निकालने के दौरान लगे जाम के बाद 150 लोगों पर एफआइआर दर्ज करने पर लोगों ने रोष जताया है। बुधवार को ट्रांस ¨हडन समेत गाजियाबाद के सैकड़ों लोगों ने खबर की क¨टग को ट्वीट किया और एफआइआर वापस लेने की मांग की। साथ ही पुलिस को राष्ट्रविरोधी बताया।
बता दें कि बीते सोमवार को एनएच नौ पर खोड़ा और नोएडा के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला था। इस दौरान सेक्टर-62 कट और सीआइएसएफ कट पर वाहन चालकों को जाम से जूझना पड़ा था। पुलिस का कहना था कि कैंडल मार्च के बाद कुछ लोगों ने हंगामा किया तो जाम लग गया। उन उपद्रवियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। हालांकि लोगों ने बताया था कि कैंडल मार्च के बाद हंगामा हुआ ही नहीं। लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से शहीदों को मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दी थी। इससे जाम लगा था। बुधवार को जागरण की खबर को लोगों ने मुख्यमंत्री, डीजीपी, एडीजी और एसएसपी को ट्वीट कर एफआइआर वापस लेने की मांग की। ट्वीट पर गाजियाबाद पुलिस का रीप्लाई भी आया और उन्होंने इसे जनहित में उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई बताया। एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि कैंडल मार्च निकालने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उपद्रवियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
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अब लोग अपने देश में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए सड़क पर न उतरें तो क्या पाकिस्तान जाएं। आए दिन हाइवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगा रहता है तो पुलिस नदारद रहती है। कैंडल मार्च में कुछ देर जाम लग गया तो देशभक्तों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। यह गलत है।
- जय दीक्षित
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दो दिन पूर्व मेरी पत्नी भी कविनगर में एक कैंडल मार्च में शामिल हुई थी। पुलिस अपराधियों को तो पकड़ पा नहीं रही अब देशभक्तों पर ही रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। पुलिस को राष्ट्रभक्तों से तुरंत एफआइआर वापस लेनी चाहिए।
- विपिन त्यागी।