50 अस्पतालों में 500 बेड पीकू वार्ड के लिए होंगे रिजर्व

जागरण संवाददाता गाजियाबाद संभावित कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखकर जिले के सरका

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 09:05 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 09:05 PM (IST)
50 अस्पतालों में 500 बेड पीकू वार्ड के लिए होंगे रिजर्व
50 अस्पतालों में 500 बेड पीकू वार्ड के लिए होंगे रिजर्व

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: संभावित कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखकर जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में पीकू वार्ड (बाल सघन चिकित्सा इकाई) बनाने की तैयारी तेज कर दी गई हैं। 50 अस्पतालों में पांच सौ बेड पीकू वार्ड के लिए आरक्षित किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पांच और दस बेडों के पीकू वार्ड बना दिए हैं। संयुक्त अस्पताल में 20 बेड का पीकू वार्ड बनाने के साथ ही 30 और बेड बढ़ाने की योजना है। संतोष अस्पताल में सौ बेडों का पीकू वार्ड तैयार कर दिया गया है। निजी अस्पतालों में भी पीकू वार्ड बनाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। पीकू वार्ड बनाने को लेकर एक नोडल नामित कर दिए गए हैं। इन वार्डो में बच्चों के बेहतर इलाज के लिए बाल रोग विशेषज्ञों का विशेष इंतजाम होगा। पहले से बेहतर होगा कोविड एल-2

जिले में कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं को ध्यान में रखकर कोविड एल-1, एल-2 और एल-3 अस्पतालों में पहले से अधिक सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। संजय नगर स्थित संयुक्त अस्पताल में संचालित कोविड एल-2 में सौ की जगह डेढ़ सौ बेड का इंतजाम किया जा रहा है। डेढ़ सौ लीटर प्रति मिनट की क्षमता का एक आक्सीजन प्लांट लग चुका है। पचास एलपीएम के प्लांट की क्षमता डेढ़ सौ करने की तैयारी है। इसके अलावा पांच सौ एलपीएम क्षमता का तीसरा प्लांट लगाया जा रहा है। पहली लहर में 1,942 संक्रमित भर्ती किए गए थे और 1,750 ठीक होकर गए। शेष को दूसरे अस्पतालों में रेफर किया गया था। दूसरी लहर में 565 मरीज भर्ती हुए और 410 ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किए गए। शेष को रेफर किया गया। आक्सीजन की कमी के चलते कई संक्रमितों को दूसरे अस्पतालों में भेजना पड़ा था।। प्राइवेट वार्डो को भी संक्रमितों के लिए रिजर्व करने की योजना है।

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जिले में हैं 1260 पंजीकृत क्लीनिक व अस्पताल

जिले में हैं 1260 पंजीकृत क्लीनिक व अस्पताल है। इनमें 256 निजी अस्पताल एवं नर्सिग होम, डे-केयर 62, पैथोलॉजी लैब एवं डायग्नोस्टिक सेंटर 203, एलोपैथिक क्लीनिकों की संख्या 637, आयुर्वेदिक क्लीनिकों की संख्या 70, होम्योपैथिक क्लीनिकों की संख्या 13 और यूनानी क्लीनिकों की संख्या 19 है। इनके अलावा चार बडे़ सरकारी अस्पताल एवं छोटे अस्पताल 65 हैं। तीसरी लहर आने पर उक्त सभी चिकित्सकों एवं अस्पतालों का सहयोग लिया जाएगा। आइएमए को इस संबंध में पत्र भेज दिया गया है।

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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी संक्रमितों को तुरंत भर्ती करते हुए इलाज किया जाएगा। सरकारी और निजी अस्पतालों में कम से कम पांच बेड कोविड मरीजों के लिए रिजर्व किए जाएंगे। पांच वार्ड का पीकू वार्ड भी बनाया जा रहा है। मरीजों को इस बार एंबुलेंस में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक भटकना नहीं पड़ेगा। आक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता रहेगी।

-डॉ. भवतोष शंखधर, सीएमओ

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