ऐसे पानी से तो अच्छा है जहर दे दो साहब

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : शालीमार गार्डन में पानी की समस्या कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है

By Edited By: Publish:Thu, 05 May 2016 06:25 PM (IST) Updated:Thu, 05 May 2016 06:25 PM (IST)
ऐसे पानी से तो अच्छा है जहर दे दो साहब

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : शालीमार गार्डन में पानी की समस्या कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। बृहस्पतिवार को सुबह जब यहां के घरों में गंदा पानी आया तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। स्थानीय लोगों ने अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि ऐसा गंदा पानी आपूर्ति करने से अच्छा है कि जहर की आपूर्ति कर दी जाए। लोगों ने आरोप लगाया कि सीवर मिला हुआ पानी पीने से एक दिन तो मरना ही है इससे अच्छा सरकार जहर ही पिला दे।

शालीमार गार्डन के ए ब्लाक में बृहस्पतिवार को सुबह गंदे पानी की आपूर्ति हुई। शालीमार गार्डन के ए ब्लाक के 127 नंबर प्लाट, 123 नंबर प्लाट और मुख्य बाजार के पास पानी की लाइन में रिसाव होने की वजह से ऐसा हो रहा है। स्थानीय निवास पंडित सुनील नारायण ने बताया कि महीने में दस दिन से ज्यादा सीवर मिला हुआ पानी घरों में पहुंचता है जिससे तरह-तरह की बीमारियां होने का खतरा बना हुआ है। वहीं शालीमार गार्डन के गौरी शंकर एंक्लेव आरडब्ल्यूए के सदस्य पराग चौधरी ने बताया कि इस पानी से बहुत अच्छा सबमर्सिबल पंप का पानी है जिससे लोग अपनी जरूरत पूरी कर रहे हैं। वहीं आरिफ राव ने बताया कि शालीमार गार्डन में नाले व सीवर लाइन के बीच से पानी की लाइन गुजर रही है। इस वजह से जब इन लाइनों में रिसाव होता है तो घरों में गंदा पानी पहुंचता है।

गंदे पानी से इन बीमारियों का खतरा:

- लीवर व आंत की बीमारियां हो सकती हैं

- गंदे पानी से डायरिया फैल सकता है

- इससे बांझपन की समस्या भी होती है

- पेट के मरीजों के लिए यह पानी जहर समान

- गैस की बीमारी बढ़ सकती है

हमारे घरों में जिस तरह का गंदा पानी मिल रहा है, उससे अच्छा है कि हमें पानी देना ही बंद कर दिया जाए और निगम कर लेना भी बंद करे।

पं. सुनील नारायण

गंदे पानी से पेट की बीमारियां हो गई हैं। पिछले दो वर्षों से यहां हूं तभी से यह दिक्कत हुई है। डाक्टर कहते हैं पानी बदल दो।

संजय कुमार

पानी की परेशानी के बारे में कई बार नगर निगम को बताया गया है। लिखित शिकायत भी दी गई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

कालीचरण

शालीमार गार्डन में रिसाव की वजह से गंदे पानी की समस्या है। लाइनों का सर्वे कराकर इन्हें नालों से अलग कराया जाएगा। साथ ही रिसाव ठीक करके जलापूर्ति सही की जाएगी।

डीके सत्संगी, अवर अभियंता, जलकल।

chat bot
आपका साथी