समयाभाव ने रिश्तों के स्वरूप को बदला

जागरण संवाददाता,गाजियाबाद एक समय में सिर्फ एक इंसान से ही प्यार किया जा सकता है। उससे ही संबंध निभ

By Edited By: Publish:Sat, 18 Apr 2015 08:28 PM (IST) Updated:Sat, 18 Apr 2015 08:28 PM (IST)
समयाभाव ने रिश्तों के स्वरूप को बदला

जागरण संवाददाता,गाजियाबाद

एक समय में सिर्फ एक इंसान से ही प्यार किया जा सकता है। उससे ही संबंध निभाए जा सकते हैं। एक ही समय में अगर एक से ज्यादा रिश्ते बनाएं तो जिंदगी में बहुत कुछ ऐसा हो होता है, जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। शादी के बाद के संबंधों के इर्द गिर्द घूमती ऐसी ही कुछ कहानी को दिखाया अभिनेता सौरभ शुक्ला व अभिनेत्री अंचित कौर ने। एबीईएस इंजीनिय¨रग कालेज में आयोजित नाटक टू टू टैंगो थ्री टू जाइव में कलाकारों ने विभिन्न संबंधों का ताना बाना बुना। हास्य, प्रेम जैसे भावों के साथ रचे बसे इस नाटक ने दर्शकों को आदि से अंत तक अपनी ओर बांधे रखा।

शनिवार को आयोजित कालिदास चिल्ड्रन थिएटर एकेडमी की ओर से आयोजित नाटक का लेखन निर्देशन सौरभ शुक्ला ने किया। शुक्ला ने बताया कि नाटक में एक व्यक्ति के तीन अफेयर होते हैं और वह प्रत्येक अफेयर की शुरुआत और समापन पर अपने जीवन में अलग भाव महसूस करता है। सौरभ ने बताया कि आज समयाभाव ने रिश्तों के स्वरूप को बदल दिया है। अधिकतर व्यक्ति आज इंस्टेंट रिश्ते चाहते हैं उनमें इन्वेस्टमेंट नहीं करना चाहते। जैसे जब हम किसी रिश्ते में सभी औपचारिकताओं के साथ बंध जाते हैं तो उसकी कद्र करना छोड़ देते हैं। बदल रहे कॉमेडी स्वरूप के बारे में सौरभ बताते हैं कि निर्माता-निर्देशक सही मायनों में टारगेट दर्शकों तक पहुंच नहीं पाते हैं। अभिनेत्री अंचित कौर ने बताया कि जिस तरह का पात्र वह नाटक में निभा रही हैं वह उनकी वास्तविक जिंदगी से बहुत अलग है। इस मौके पर नीरज गोयल, अक्षयवरनाथ श्रीवास्तव मौजूद थे।

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