हम सरकार में शामिल, लेकिन उसके गुलाम नहीं: राजभर

प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। कहा, हम सरकार में शामिल हैं, लेकिन उसके गुलाम नहीं हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Nov 2018 11:40 PM (IST) Updated:Sun, 11 Nov 2018 11:40 PM (IST)
हम सरकार में शामिल, लेकिन उसके गुलाम नहीं: राजभर
हम सरकार में शामिल, लेकिन उसके गुलाम नहीं: राजभर

फीरोजाबाद: प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। बोले, अगर सरकार गलत काम करेगी तो हम आलोचना करेंगे। हम सरकार में शामिल हैं, लेकिन उसके गुलाम नहीं हैं। केंद्र सरकार महंगाई पर लगाम लगाने में नाकाम रही है।

कैबिनेट मंत्री रविवार को शिकोहाबाद और फीरोजाबाद में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने आए थे। इससे पहले दोपहर को सिविल लाइन स्थित डाक बंगले में मीडिया से बात की। उन्होंने जिलों के नाम बदले जाने पर कहा कि इससे किसी गरीब या पिछड़े का भला नहीं होगा। इससे न उन्हें शिक्षा मिलेगी और न रोजगार। सरकार को मुगलों से एलर्जी है तो मंत्री मोहसिन रजा, राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनवाज हुसैन, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नाम भी बदल देना चाहिए।

राजभर ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 1.77 करोड़ गरीब बच्चे पढ़ते हैं। उनकी शिक्षा में सुधार कैसे हो ? इस पर चर्चा करने के लिए किसी नेता के पास समय नहीं है। आजादी के 72 साल बाद भी पिछड़ा वर्ग उपेक्षित हैं। जब हम अपने हक की बात करते हैं तो हमें मंदिर, मस्जिद का पाठ पढ़ा दिया जाता है।

सैंया भए कोतवाल तो अब डर काहे का: योगी आदित्य नाथ के बयान हम तो मंदिर बनाने के पक्षधर हैं, लेकिन कांग्रेस इसमें अड़चन डाल रही के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब सैंया भए कोतवाल तो अब डर काहे का। सपा, बसपा और कांग्रेस का कोई वजूद नहीं है। अगर सरकार चाहे तो अयोध्या में मंदिर बना सकती है, लेकिन बिल लाने जैसे बयान जनता को गुमराह करने के लिए दिए जा रहे हैं।

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