प्रवासी मजदूरों की ट्रेन यात्रा बनी परेशानी का सबब

प्रवासी मजदूरों की ट्रेन यात्रा बनी परेशानी का सबब

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 11:54 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 06:03 AM (IST)
प्रवासी मजदूरों की ट्रेन यात्रा बनी परेशानी का सबब
प्रवासी मजदूरों की ट्रेन यात्रा बनी परेशानी का सबब

जेएनएन, आगरा: टूंडला में यात्रियों को परेशानी का सामना करना नई बात नहीं है। ब्रज में इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आए हैं।

भूखे-प्यासे स्पेशल ट्रेनों में यात्रा करने को मजबूर प्रवासी मजदूरों की घर वापसी बड़ी समस्या बन गई है। यह केवल एक जिले की बात नहीं हैं। मथुरा, कासगंज, फीरोजाबाद, आगरा सभी जगह रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। प्रवासी मजदूरों के लिए दौड़ रही ट्रेनें बदइंतजामी का शिकार हैं। कासगंज में गुजरात से आ रहे प्रवासियों से 500 से 600 रुपये तक वसूले गए। उन्हें खाने के पैकेट भी नहीं दिए गए। प्रवासियों को भेजने के लिए प्रारंभ में चली ट्रेनों का हाल यह था शाहजहापुर-बरेली जाने वाली ट्रेन कासगंज में डीजल के लिए रुकी, लेकिन यहा के निवासियों को उतरने नहीं दिया। शाहजहापुर एवं बरेली से इन्हें वापस बसों से भेजा गया। इसमें घटों समय बर्बाद हुआ और परेशानी हुई वह अलग। वहीं बीते दिनों लक्ष्मी नाम की महिला को ट्रेन में प्रसव होने पर उपचार तक नहीं मिला। ट्रेन न रुकने के नियम के चलते प्रसव के बाद करीब चार घटे तक नवजात एवं प्रसूता को कोई चिकित्सकीय परामर्श भी न मिल सका। टूंडला में ही बिहार के एक परिवार के 10 माह के बच्चे की मृत्यु हो गई। घर पहुंचकर भेजूंगा शिकायत

पीड़ित गौरव यादव का कहना है कि मुझे रेलवे द्वारा दिए गए एसएमएस में टूंडला में ट्रेन के रुकने की जानकारी दी थी। हम ट्रेन रुकने पर उतरे थे, हमने चेन पुलिंग नहीं की। दारोगा ने मुझे डंडा मारा है, घर जाकर इसकी लिखित शिकायत रेलवे के अधिकारियों को भेजेंगे।

यात्री चेन पुलिंग करके उतरे थे। इसलिए उन्हें रोका गया था, उलटे युवक-युवतियों ने पुलिस के साथ अभद्रता की। जीआरपी ने अपने समर्थन में एक वीडियो जारी किया है, जिसमें युवतिया अभद्रता करते हुए दिख रही हैं।

शिवकुमार पौनिया, इंस्पेक्टर जीआरपी श्रमिक स्पेशल ट्रेन का दो मिनट का स्टॉपेज था, इसके बाद भी चेन पुलिंग की गई।

अमर सिंह,स्टेशन अधीक्षक

chat bot
आपका साथी