दो घंटे के सीओ ने बस स्टैंड में पहुंचा दीं बसें

समाधान दिवस में ट्रैफिक की शिकायत लेकर पहुंचे युवक को एसएसपी ने सौंपी जिम्मेदारी पुलिसिंग ऐसी कि वाहनों के न थमे पहिए तमाम वाहनों का चालान

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 11:22 PM (IST) Updated:Wed, 19 Feb 2020 06:08 AM (IST)
दो घंटे के सीओ ने बस स्टैंड में पहुंचा दीं बसें
दो घंटे के सीओ ने बस स्टैंड में पहुंचा दीं बसें

टूंडला,(फीरोजाबाद), फिल्म 'नायक' में एक दिन का मुख्यमंत्री बन अनिल कपूर ने जिस तरह से सिस्टम में खलबली मचा दी थी, मंगलवार को टूंडला चौराहे पर वैसे ही दो घंटे के लिए सीओ बनाए गए एक आम युवा ने पुलिसिंग को आइना दिखा दिया। बस स्टैंड में बसों को अंदर पहुंचाकर बाहर जाम नहीं लगने दिया तो चौराहे का हुलिया बिगाड़ रहे तमाम वाहनों के चालान करवा कड़ा सबक सिखा दिया। इसी व्यवस्था को अमल में लाने के लिए 'सीओ' ने पुलिस को बकायदा आदेश पत्र भी जारी कर दिया।

मंगलवार को टूंडला तहसील परिसर में समाधान दिवस में क्षेत्र के अलाबलपुर निवासी 25 वर्षीय सोनू चौहान भी पहुंचा। उसने एसएसपी से टूंडला चौराहे के जाम की शिकायत की। एसएसपी सचिद्र पटेल ने सोनू से ही ट्रैफिक सुधार के लिए सुझाव जाने। इसके बाद उन्होंने सोनू को दो घंटे के लिए सीओ ट्रैफिक की जिम्मेदारी निभाने का ऑफर दिया। थोड़ी सी हिचकिचाहट के बाद सोनू ने हामी भर ली।

इसके बाद एसएसपी ने प्रभारी थानाध्यक्ष टूंडला प्रभाकर सागर को ट्रैफिक को लेकर सोनू का आदेश मानने के निर्देश दिए। फिर क्या था, पुलिस की गाड़ी में अगली सीट पर बैठ सीओ सोनू चौहान अपने मिशन के लिए चल दिए। उनकी गाड़ी बस स्टैंड पर आकर रुक गई।

सीओ सोनू ने दो पुलिसकर्मियों को तैनात करा बस स्टैंड के बाहर खड़ी रोडवेज बसों को परिसर में पहुंचवाया, बाहर से आने वाली बसों की एंट्री भी परिसर में करवाई। देखते ही देखते हर बस बाहर खड़ी होने के बजाए परिसर में आने लगी। यहीं से निकासी हुई। बस स्टैंड के बाहर बसें खड़ी न होने से जाम नहीं लगा। सीओ के तेवर देख चौराहा भी अलर्ट हो गया। बेतरतीब खड़े वाहन खिसक लिए। कुछ ही देर में चौराहे का नजारा ही बदल गया।

बस व ऑटो का चालान

सीओ सोनू चौहान ने दो घंटे के लिए मिले अपने दायित्व को पूरी तन्मयता से निभाया। जाम लगाती बस और आधा दर्जन ऑटो का चालान करवाया और 1600 का जुर्माना भी वसूला गया। इसके साथ ही शहर में जाम की वजह बनने वाले ऑटो को कतार से लगवाने का लिखित निर्देश दिया। 'मेरे लिए अनूठा अनुभव था। पुलिस मेरे आदेश का पालन कर रही थी। ट्रैफिक सुधार के लिए स्थाई इंतजामों की जरूरत है। यदि बसें बस स्टैंड से होकर रोज गुजरें जो जाम से राहत मिलेगी। मेरे द्वारा दिए सुझाव पर अमल हो तो व्यवस्था में सुधार होगा।'

सोनू (दो घंटे के सीओ)

'शहर की समस्याओं के समाधान के लिए पब्लिक का सहयोग जरूरी है। पब्लिक पार्टिसिपेशन के लिए इस तरह का प्रयोग किया था। ट्रैफिक वालंटियर के रूप में और लोगों से भी सहयोग आमंत्रित है।'

सचिद्र पटेल, एसएसपी

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