तारों से निकली चिंगारी, 25 बीघा गेहूं की फसल राख

आग की लपटें उठती देख खेतों की ओर दौड़े किसान मची खलबली फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची एक घंटे में आग पर पाया काबू।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 06:33 AM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 06:33 AM (IST)
तारों से निकली चिंगारी, 25 बीघा गेहूं की फसल राख
तारों से निकली चिंगारी, 25 बीघा गेहूं की फसल राख

संवाद सहयोगी, जसराना: गुरुवार की दोपहर एक बजे बिजली के तारों से निकली चिगारी ने गांव नगला धनी के आधा दर्जन किसानों की 25 बीघा गेहूं की फसल जला कर राख कर दी। ग्रामीणों की सूचना पर तीन फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। एक घंटे की मशक्कत के बाद खेतों की आग बुझ सकी।

कस्बा जसराना के गांव नगला निवासी जमालुद्दीन कुरैशी, शिवराज, विजयराज, रामपाल व धर्मपाल की कुल 25 बीघा गेहूं की फसल बंबा के निकट खड़ी थी। इन खेतों के ऊपर से बिजली की हाइटेंशन लाइन गुजर रही है। दोपहर एक बजे बिजली के तारों में स्पार्किंग शुरू हो गई। चिगारी से गेहूं की फसल में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने उग्र रूप धारण कर लिया। खेतों में आग लगने की सूचना मिलते ही ग्रामीण खेतों की ओर दौड़ने लगे। उन्होंने खुद आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग विकराल रूप धारण करने लगी। कुछ ग्रामीणों ने आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड को दी। थोड़ी देर में जसराना, सिरसागंज व शिकोहाबाद से तीन फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। फायर कर्मियों की एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। ग्रामीणों का कहना था कि यदि आग जल्दी नहीं बुझाई जाती तो आसपास के खेतों में खड़ी फसल को भी अपने चपेट में ले लेती, जिससे काफी नुकसान हो जाता।

अब तक बड़े हादसे

-29 मार्च: फरिहा के रीवा, मटसेना और मक्खनपुर में सौ बीघा फसल जली।

-31 मार्च: टूंडला के गढ़ी भगवंत और जटपुरा में पांच बीघा फसल जली।

-4 मार्च: खैरगढ़ के बरौली में 35 बीघा फसल जली।

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