अस्पताल कर्मियों की मनमानी ने ली प्रसूता की जान, हंगामा

फीरोजाबाद जागरण संवाददाता। शहर में सर्विस रोड स्थित निजी अस्पताल में प्रसूता की तबियत बिगड़ने पर परिजनों ने हंगामा किया। बाद में आगरा ले गए जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर और स्टाफ की मनमानी के चलते मौत हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Jul 2019 11:54 PM (IST) Updated:Thu, 25 Jul 2019 06:18 AM (IST)
अस्पताल कर्मियों की मनमानी ने ली प्रसूता की जान, हंगामा
अस्पताल कर्मियों की मनमानी ने ली प्रसूता की जान, हंगामा

फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। शहर में सर्विस रोड स्थित निजी अस्पताल में प्रसूता की तबियत बिगड़ने पर परिजनों ने हंगामा किया। बाद में आगरा ले गए, जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर और स्टाफ की मनमानी के चलते मौत हुई है।

नगला खंगर के उरावर निवासी 26 वर्षीय वंदना ने चार दिन पहले शिकोहाबाद के देव हॉस्पिटल में नार्मल डिलीवरी के जरिए कन्या को जन्म दिया था। सोमवार को संक्रमण होने के बाद देव हॉस्पिटल से उसे एंबुलेंस में फीरोजाबाद के नगला बरी स्थित मां लक्ष्मी चैरिटेबिल हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। प्रसूता के भाई मुकेश यादव निवासी मेहताब नगर लाइनपार का आरोप है कि आइसीयू में भर्ती वंदना की हालत बिगड़ती गई। डॉक्टर उसे खून की बोतलें चढ़ाते हुए ठीक बताते रहे। मंगलवार रात 12 बजे डॉक्टर ने खून की बोतल लाने की बात कहते हुए प्रसूता की हालत सीरियस बताया। इसके बाद परिजनों के होश उड़ गए। उन्होंने कुछ देर हंगामा किया। पुलिस ने मामला शांत कराया। इसके बाद परिजनों ने वंदना को आगरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई। सीएमओ डॉ. एसके दीक्षित ने बताया कि मामला उनकी जानकारी में नहीं है। शिकायत मिलने पर जांच की जाएगी।

- दूसरे नाम से खोल लिया अस्पताल:

मां लक्ष्मी चैरिटेबिल हॉस्पिटल से कुछ माह पहले यहां लक्ष्मी फाउंडेशन नाम से अस्पताल था। अनियमितताएं पाए जाने पर सीएमओ ने इसका लाइसेंस रद कर दिया था। अब यहां मां लक्ष्मी चैरिटेबिल हॉस्पिटल खोल लिया गया। सीएमओ डॉ. दीक्षित और नोडल अफसर डॉ. एसीएमओ डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि अस्पताल में सब कुछ मानक के अनुसार मिलने पर लाइसेंस जारी किया गया। इस बारे में अस्पताल प्रबंधन से बात नहीं हो सकी।

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